26 FEB 18
रंगो के त्यौहार होली पर सबसे ज्यादा रंगों का प्रयोग किया जाता है लेकिन यही रंग कई बार लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन जाते हैं यदि आप होली पर थोड़ी सी सावधानी बरतें तो आप इस रंगो के त्यौहार को पूरी तरह से एंजॉय कर सकते हैं चिकित्सकों की माने तो छोटी-छोटी सावधानी बरत रंगों से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है वही बाजार में भी रंग विक्रेताओं की कोशिश है कि वह केमिकल वाले रंगों की जगह प्राकृतिक रंगों को बेच रहे हैं ताकि लोगों को नुकसान ना हो।
वरिष्ठ त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ के स्वरूप का कहना है कि पहले तो कोशिश करें कि केमिकल वाले रंगों से होली खेलने के बजाय पारंपरिक रंगों से होली खेले साथ ही ध्यान रखें की होली खेलने जाने से पहले सरसों का तेल या फिर सनस्क्रीन अपने चेहरे और खुले भागों पर लगा लें इससे रंगों के प्रभाव को काफी कम किया जा सकता।
बाजार में रंगों के विक्रेता भी खास ध्यान रख रहे हैं इन दुकानदारों का कहना है कि वह चाइनीज रंग या केमिकल वाले रंगों को नहीं बेच रहे हैं क्योंकि इससे अक्सर रंग खेलने वालों को नुकसान होता है इस बार केवल गुलाल बेचा जा रहा है ताकि बच्चों को केमिकल वाले रंगों से नुकसान ना हो।
रंगों के प्रति इस बार ग्राहकों में भी काफी जागरूकता देखने को मिल रही है रंग खरीदने पहुंच रहे बाजार में ग्राहक इस बार गुलाल से ही होली खेलना चाहते हैं इनका भी कहना है कि केमिकल वाले रंग होली के बाद बीमारी का कारण बन जाते हैं इसलिए वह गुलाल से होली खेलना चाहते हैं।
होली पर अक्सर देखने में आता है कि थोड़ी सी लापरवाही रंग खेलने वालों को काफी भारी पड़ जाती है यदि लोग थोड़ी सी सावधानी बरतें और चिकित्सकों द्वारा दी गई सलाह का पालन करें तो रंगों से होने वाले नुकसान से न केवल बचा जा सकता है बल्कि होली का भी पूरा आनंद उठाया जा सकता है।