उत्तराखंड में पनपनिया ग्लेशियर के पास फंसे 9 ट्रेकर्स में से 8 सुरक्षित वापस लौटे, एक ट्रैकर की मौत
रुद्रप्रयाग,
उत्तराखण्ड की केदारघाटी के पनपनिया ग्लेशियर में पिछले 2 दिनों से फंसे 9 सदस्यीय साहसिक दल में से 8 सुरक्षित वापस मदमहेश्वर पंहुच गए है। इस दल के एक सदस्य अरुण दास की मौत हो गई है, जिसकी पुष्टि आज रुद्रप्रयाग के डीएम ने भी कर दी। इस साहसिक दल के सभी 9 सदस्य पश्चिम बंगाल में भारतीय रेलवे के अधिकारी थे।
यह दल 11 जून को मदमहेश्वर से ट्रेकिंग के लिए निकाला था और देर शाम करीब 25 किलोमीटर दूर पनपनिया ग्लेशियर के पास आसकी ताल पंहुचा था। पनपनिया ग्लेशियर रुद्रप्रयाग से करीब 100 किलोमीटर दूर है। साहसिक दल के एक सदस्य की मौत से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।
रुद्रप्रयाग के डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि पश्चिम बंगाल के रेलवे का यह साहसिक दल 11 जून की रात को ही पनपनिया ग्लेशियर में सजल सरोवर के पास फंस गया था। 12 जून को दल के दो सदस्य तीन पोर्टरों के साथ दोपहर में मदमहेश्वर पंहुचे। इन्होंने मदमहेश्वर के एसडीएम को बताया कि उनके साथ गए एक सदस्य 35 साल के अरुण दास को ग्लेशियर में पंहुचाने के बाद ही सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी। उसके बाद ही उनकी मौत हो गई। जबकि बाकी सदस्य वंहा फंसे हुए है। इस जानकारी के बाद प्रशासन ने आपदा राहत टीम को मौके पर भेजा। इसके बाद आज शाम दल के बाकी सदस्यों और 7 पोर्टर मदमहेश्वर सुरक्षित पंहुच गए।
डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि साहसिक दल के मृत सदस्य अरुण दास का शव अभी पनपनिया ग्लेशियर में सजल सरोवर के पास ही है और 8 पोर्टर उनके शव के साथ मौजूद है। साहसिक दल के एक सदस्य की मौत होने की जानकारी सबसे पहले साथ गए पोर्टर मनोज बेंजवाल और उसके साथियों ने प्रशासन को दी थी। डीएम के अनुसार साहसिक दल के वापस आये सभी सदस्य सुरक्षित है और उन्हें रुद्रप्रयाग भेजा गया है। दल के एक मृत सदस्य अरुण दास के शव को भी कल 14 जून तक रुद्रप्रयाग ले आने के प्रयास किये जा रहे है। यहाँ लाये जाने के बाद उनके शव का पोस्टमार्टम करने के बाद शव को उनके परिजनों को पश्चिम बंगाल उनके घर भेज दिया जाएगा। उंन्होने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार और रेलवे के उच्चाधिकारियों को साहसिक दल के एक सदस्य की मौत की जानकारी दे दी गई है।
साहसिक दल के ग्लेशियर में फंस जाने की खबर आने के बाद से ही रुद्रपयाग प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ था और एक सदस्य की मौत के बाद तो उसके होश ही उड़ गए थे। आज पनपनिया ग्लेशियर में फंसे साहसिक दल के बाकी सदस्यों के सुरक्षित वापस लौट आने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है।