किट्टी क़्वीन से पैसे मांगने पर फिर हुआ हंगामा. हिरासत में किट्टी क़्वीन शिवांगी त्रिपाठी. आखिर कौन बचा रहा है किट्टी क़्वीन को ?

हरिद्वार,
 
धर्मनगरी हरिद्वार में करोड़ों रुपए के किट्टी घोटाले सुलझने का नाम नहीं ले रहे हैं। डीएम-एसएसपी के बार बार आश्वासन के बावजूद अब तक लोगों को उनका पैसा नहीं मिला है। पैसे वापसी की उम्मीद बांधे हुए लोगो के सब्र का बाँध टूटता जा रहा है। आज भी गुस्साई महिलाओं ने किट्टी क्वीन और भाजपा नेत्री शिवांगी त्रिपाठी के आवास पर पहुंच जमकर हंगामा किया। इस दौरान शिवांगी के बचाव में आई एएसपी रचिता जुयाल का भी महिलाओं ने घेराव किया।  लोगों का आरोप है कि भाजपा नेत्री होने के कारण पुलिस भी लगातार शिवांगी को संरक्षण दे रही है। हजारो लोगो के खून पसीने की करोड़ों रुपये की किट्टी के नाम पर ठगी के लिए कौन जिम्मेदार है ?  अपने पैसों के लिए 7 महीने से अधिक से धक्के खा रहे हजारो लोगो के पैसे आखिर कब मिलेंगे यही नहीं किट्टी के नाम पर करोडो रुपये डकारकर कर खुलेआम घूम रही किट्टी क़्वीन को आखिर कौन है जो बार बार बचा रहा है। ये कुछ है ऐसे सवाल है जिनके जवाब ना तो पुलिस प्रशासन के पास है और ना ही शिवांगी को संरक्षण दे रहे विधायकों, मंत्रियों व सांसदों और एक भगवाधारी संत के पास है।   

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भाजपा नेत्री शिवांगी त्रिपाठी पर शहर के हजारो लोगो के करोर्ड़ो रुपये किट्टी के नाम पर हड़पने का आरोप है।  शिवांगी ने किट्टी  के नाम पर लोगो से करोडो रुपये इकट्ठे किये और फिर एकाएक किट्टी बंद कर जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे हड़प लिए।  अनुमान है की शहर के  लोगो के 20 से 30 करोड़ रुपये भाजपा नेत्री शिवांगी त्रिपाठी ने हड़प लिए।  लोग अपने पैसे के लिए दर बदर धक्के खा रहे है मगर प्रशासन जनता की मदद करना तो दूर  दूर उनकी सुनने को नहीं है। शुभांगी त्रिपाठी से जब भी लोग उसके घर पैसे मांगने के लिए जाते है तो शिवांगी उलटे पीड़ित लोगो के साथ ही मारपीट करने लगती है। जब लोग इसकी शिकायत लेकर पुलिस के पास जाते है तो पुलिस आरोपी शिवांगी के खिलाफ कारवाई करने के बजाय पीड़ितों को ही धमकाना शुरू कर देती है। आज भी कुछ हुआ जब  बार बार आश्वासन मिलने से परेशान कुछ पीड़ित महिलायें अपने पैसों की मांग करने के लिए शिवांगी के घर पंहुची तो शिवांगी ने उलटे पीड़ित महिलाओं के साथ ही अभद्र व्यवहार व मारपीट करनी शुरू कर दी। हंगामे की सूचना पर जब पुलिस क्षेत्राधिकारी रचिता जुयाल मौके पर पंहुची तो उन्होंने आरोपी शिवांगी के खिलाफ करवाई करने के वंहा पंहुची महिलाओं को ही धमकाना शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ने पर पुलिस सभी महिलाओं और शिवांगी को ज्वालापुर कोतवाली ले आयी और यंहा शिवांगी पर कोई कारवाई करने के बजाय पुलिस ने उसके घर अपना पैसा मांगने गयी महिलाओ और लोगो के खिलाफ ही कारवाई करने की धमकी तो वंहा भी भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया . हंगामा बढ़ते देख आखिरकार ज्वालापुर पुलिस को शिवांगी के खिलाफ धारा 420 , 406  323 , 506  और चिटफंड अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करना पड़ा।  वंही पुलिस ने पीड़ित भीड़ के खिलाफ अज्ञात में धारा 147 , व् धारा 341  के तहत हंगामा करने का मामला दर्ज लिया है।  
पीड़ित महिलाएं पिछले कई महीनों से अपना पैसा वापस दिलाने की मांग पुलिस प्रशासन से कर रही हैं लेकिन अभी तक किसी का भी पैसा नहीं मिल पाया है। स्थानीय महिलाओं का आरोप है कि किट्टी संचालिका शिवांगी त्रिपाठी ने उनका करोड़ों रुपया मार लिया है। कई बार समय देने के बावजूद उनका पैसा वापस नहीं लौटा रही है। लोगो का आरोप है की पुलिस भी लगातार शिवांगी को बचाने में लगी हुई है महिलाओं का आरोप है कि अब शिवांगी पैसे देने के बजाय खुद को  पागल घोषित कर शहर छोड़ने की तैयारी कर रही है।
 
 ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह का कहना है कि घेराव की सूचना पर पुलिस शिवांगी के घर पहुंची थी। वंहा हंगामा होने पर कानून व्यवस्था बिगड़ने का अंदेशा देखते हुए शिवांगी और हंगामा कर रहे लोगो को कोतवाली लाया गया है। फिलहाल तो पुलिस ने शिवांगी को हिरासत में ले रखा है और शिवांगी के खिलाफ मुकदमा दर्ज लिया गया है  . हंगामा कर रही भीड़ के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।  
 
पहले किट्टी किंग सतविंदर सिंह और उनकी पत्नी गुरप्रीत कौर लोगों का करोड़ों रुपया लेकर गायब हो गए और अब भाजपा नेत्री शिवांगी त्रिपाठी ने भी किट्टी  के नाम पर लोगो का करोडो रूपया डकार रखा है। सतविंदर सिंह और उनकी पत्नी हरिद्वार विधायक और राज्य के शहरी विकास मंत्री के बेहद करीबियों में माने जाते है। वंही शिवांगी त्रिपाठी तो शहरी विकास मंत्री के साथ पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद की खासमखास कही जाती है।  यही नहीं शिवांगी  भाजपा के सहयोगी हिंदूवादी संगठनों विहिप, संघ में भी खासा सक्रिय है।  इसके अलावा सत्ता के दलाल के रूप में पहचान रखने वाले एक बहुचर्चित हाई प्रोफ़ाइल भगवाधारी संत के भी काफी नजदीक बताई जाती है।  आश्चर्य की बात है की शहर के हजारो लोगो के खून पसीने की कमाई के करोडो रुपये हड़प रखे है मगर ना तो भारी मतों से जीते हरिद्वार विधायक शहरी विकास मंत्री को और न ही हरिद्वार सांसद को शहर के लोगो की चिंता है। इन नेताओं ने एक बार भी प्रयास नहीं किया की शहर की जनता के खून पसीने की कमाई उनको वापस दिलाई जाये। उलटे भाजपा के बड़े बड़े नेता और खुद शहरी विकास मंत्री किट्टी क़्वीन की पैरवी करने में लगे हुए है। 
राज्य में जीरो टॉलरेंस वाली भाजपा की सरकार है मगर भाजपा के नेताओ ने ही हजारों लोगो के करोडो रुपये धोखाधड़ी से हड़प कर लिए और सरकार ने अपने नेताओ और उन्हें संरक्षण देने वालो की तरफ से आँखे बंद कर रखी है। हरिद्वार पुलिस और प्रशासन भी पीड़ित लोगो की मदद नहीं कर रहा है/ इससे साफ़ लग रहा है की प्रशासन पर कोई दबाव है जिसकी वजह से बार बार प्रशासन शिवांगी को बचा रहा है। आखिर प्रशासन क्यों नहीं शिवांगी की संपत्ति को अधिग्रहण करता है।     
आए दिन बवाल के बावजूद पुलिस लोगों का पैसा दिलाने में नाकाम साबित हो रही है।भले ही इस बार पुलिस ने शिवांगी को हिरासत में ले रखा है मगर लाख टके का सवाल तो यह है की लोगो के पैसे कब वापस मिलेंगे ?
Front Page Bureau

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