जीतेन्द्र नारायण त्यागी उर्फ़ वसीम रिज़वी ने कोर्ट में किया आत्मसमर्पण, सर तन से जुदा गैंग से बताया जान को खतरा 

नितिन शर्मा, हरिद्वार, 2 सितम्बर। हेट स्पीच मामले मे आरोपी जीतेन्द्र नारायण त्यागी @ वसीम रिज़वी ने आज अंतरिम ज़मानत की अवधि पूरी होने पर हरिद्वार कोर्ट मे आत्मसमर्पण कर दिया है जंहा से उन्हें न्यायिक हिरासत मे भेज दिया गया है। आत्मसमर्पण से पहले एक बार फिर से वसीम रिज़वी ने मुस्लिम कट्टरपंथीयों और सर तन से जुदा गैंग से जान को खतरा बताया है। कोर्ट ने जेल मे भी उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिये है।

 

शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष रहे और धर्म परिवर्तन कर हिन्दू धर्म अपनाने वाले जीतेन्द्र नारायण त्यागी उर्फ़ वसीम रिज़वी ने अंतरिम ज़मानत की अवधि समाप्त होने के बाद शुक्रवार को हरिद्वार की सीजेएम कोर्ट मे आत्मसमर्पण कर दिया। जीतेन्द्र नारायण त्यागी के खिलाफ पिछले साल दिसंबर मे हरिद्वार मे आयोजित धर्म संसद मे हेट स्पीच मामले मे हरिद्वार कोतवाली मे मुकदमा दर्ज हुआ था। उसके बाद इसी साल जनवरी मे उन्हें गिरफ्तार किया गया था। तब से वह जेल मे थे और 17 मई को उन्हें स्वास्थ्य कारणो से सुप्रीम कोर्ट ने 3 महीने की अंतरिम ज़मानत दी थी। जिसकी अवधि आज पूरी हो रही थी। रिज़वी ने कोर्ट से जमानत बढ़ाने के लिए आवेदन भी किया था मगर कोर्ट ने ज़मानत बढ़ाने से इंकार कर दिया था। इसलिए अंतरिम जमानत अवधि ख़त्म होने के बाद आज उन्होंने कोर्ट मे आत्मसमर्पण कर दिया जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत मे लेने के बाद शाम को जेल भेज दिया गया।

 

इस्लामी कट्टरपंथी और सर तन से जुदा गैंग से जान को खतरा

आत्मसमर्पण से पहले जीतेन्द्र नारायण त्यागी ने एक बार फिर से अपनी जान को खतरा बताया है। उन्होंने कहा की इस्लामी कट्टरपंथी और सर तन से जुदा गैंग उनकी हत्या करवाने की कोशिश मे है। जेल मे भी इन ताकतों ने उनका सर तन से जुदा करने की साजिश रची थी जो जेल मे सख़्ती की वजह से सफल नहीं हो पाई। कोर्ट ने जीतेन्द्र त्यागी की जेल मे पूरी सुरक्षा व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये।

आत्मसमर्पण के समय उनके साथ अखाडा परिषद के अध्यक्ष, निरंजनी अखाडा के सचिव महंत रविंद्रपुरी, शंकराचार्य परिषद के आनंद स्वरुप भी मौजूद थे।

 

 

Front Page Bureau

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