देहरादून,
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पेट्रोल डीजल के मूल्यों को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार जल्द ही एक दीर्घकालीन योजना लाने जा रही है।।उंन्होने केंद्र की मोदी सरकार के 4 साल की उपलब्धियां गिनाते हुए कार्यकाल को शानदार बताया। उंन्होने कहा कि कांग्रेस के 48 साल भ्रस्टाचार, घोटाले और कमीशनखोरी के थे जबकि 48 महीने की मोदी सरकार भ्रष्टाचार, घोटाले और कमीशनखोरी मुक्त है। जावड़ेकर ने विपक्षी दलों के गठबंधन को स्वार्थी गठबंधन बताया। उंन्होने थराली उपचुनाव में भाजपा की जीत पर कहा कि प्रदेश की जनता ने त्रिवेंद्र सरकार पर भरोसा जताया है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर आज देहरादून पंहुचे। जावड़ेकर ने पत्रकारों से बात करते हुए केंद्र की मोदी सरकार की 4 साल की उपलब्धियां गिनाई और कांग्रेस पर जमकर प्रहार किए। उंन्होने कहा कि 48 साल देश मे एक ही परिवार की सरकार का शासन रहा और कांग्रेस भ्र्ष्टाचार में डूबी रही, उसके मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे और जेल भी गए । कांग्रेस की सरकार कमीशनखोरी की सरकार थी। जबकि मोदी की 48 महीने की सरकार पर भ्र्ष्टाचार का एक आरोप नही है। मोदी की सरकार कमीशन मुक्त सरकार है। कांग्रेस सरकार में खनन खदानों में जमकर भ्र्ष्टाचार होता था। पान वाले को कोयले की खदान मिल जाती थी। हमारी सरकार ने खदानों का आवंटन रद्द कर दिया।अब केवल एक चिट्ठी पर खदानों का आवंटन नही होता। अब खदानों से सरकार के खजाने मे पैसे आ रहे हैं।
जावड़ेकर ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि उन्ही के प्रधानमंत्री राजीव गांधी कहते थे कि केंद्र से जाने वाला 100 रुपये में से 15 रुपये ही गरीबो तक पंहुचते थे। जबकि अब 100 फीसदी पैसा पंहुचता है। ये फर्क है कांग्रेस के एक परिवार के 48 सालों के शासन और मोदी सरकार के 48 महीनों के शासन में।
जावड़ेकर ने मोदी सरकार के 4 साल के कार्यकाल को बेहतरीन बताया। उंन्होने 4 साल की उपलब्धियां गिनाई।
जावड़ेकर ने कांग्रेस पर गरीबो का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया। उंन्होने कहा कि पहले चाय वाला कहकर प्रधानमंत्री का अपमान किया और अब कांग्रेस ने गरीब को पकोड़ा वाला कहकर उनकी गरीब का अपमान किया है।
जावड़ेकर ने पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामो पर कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही पेट्रोल डीजल के मूल्यों को नियंत्रण में लाने के लिए एक दीर्घकालीन योजना लाने जा रही है। उंन्होने पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने के सवाल पर कहा कि यह राज्य सरकारों और जीएसटी काउंसिल पर निर्भर है।
जावड़ेकर ने 2019 के आम चुनाव के लिए विपक्षी दलों के गठबंधन को निजी स्वार्थों पर आधारित बताया। उंन्होने कहा कि यह गठबंधन टिकाऊ नही है । उंन्होने विपक्षी दलों के गठबंधन की खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि मोदी सरकार का नारा है भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी हटाओ जबकि मोदी से डरे हुए विपक्षी कह रहे है मोदी हटाओ।
उपचुनाव में मिली हार पर भी जावड़ेकर ने कहा कि उपचुनाव और आम चुनाव में अंतर होता है । उपचुनाव स्थानीय मुद्दों पर होता है जबकि आम चुनाव राष्ट्रीय मुद्दों पर लड़ा जाता है जिसमे प्रधामनंत्री भी प्रचार करते है। उपचुनाव में मतदान का प्रतिशत भी कम रहता है।इस लिए उपचुनाव में हार की तुलना 2019 के चुनाव से करना ठीक नही है।
उंन्होने कहा कि हमने उपचुनाव में विपक्ष की जीत के रथ को उत्तराखड में रोका है। थराली विधानसभा में जीत से साफ है कि उत्तराखंड की जनता का त्रिवेंद्र सिंह सरकार पर भरोसा है।