संजय आर्य, हरिद्वार
बाघम्बरी मठ के संचालक बलबीर गिरी होंगे। निरंजनी अखाड़े के पंचों की बैठक के बाद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी ने बलबीर गिरी के नरेंद्र गिरी के संचालक चुने जाने की घोषणा की।
कैलाशानंद ने कहा कि नरेंद्र गिरी जी की वसीयत के आधार पर बलबीर गिरी को उनका उत्तराधिकारी चुना गया है। मठ के संचालन के लिए अखाड़े के 5 सचिवों की एक सुपरवाइजरी बोर्ड का गठन किया जाएगा। इस बोर्ड के पास मठ के संचालन के सर्वोच्च अधिकार होंगे। बलबीर गिरी को केवल व्यवस्था व देशरेख का अधिकार होगा। फायनेंसियल अधिकार बोर्ड के पास होंगे।
बलबीर गिरी का नरेंद्र गिरी के उत्तराधिकार पद पर नरेंद्र गिरी की षोडशी कार्यक्रम में प्रतिष्ठित किया जाएगा। 5 अक्टूबर को षोडशी कार्यक्रम में बलबीर गिरी का पट्टाभिषेक किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार नरेंद्र गिरी के उत्तराधिकारी बनाये गए बलबीर पूरी पंर की मुकदमे दर्ज बताये जाते है। अखाड़े के महतो का कहना है की अगर बलबीर पूरी पंर आपराधिक मामलों की जानकारी सामने आएगी तो अखाड़ा उनके खिलाफ करवाई करेगा। अगर नरेंद्र गिरी की मौत मामले में भी जांच के बाद उनकी भूमिका संदिग्ध पाई गई तो उन्हें अखाड़े से निष्काषित कर दिया जाएगा।
बलबीर पुरी के गिरी और पुरी होने के विवाद पर अखाड़े के सचिव महंत रविन्द्र पुरी का कहना है कि अखाड़े के संत महतो की मढ़ी में परिवर्तन होता रहता है। यह कोई बड़ा मुद्दा नही है।