नई दिल्ली। दिल्ली मे कर्तव्य पथ पर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा अनावरण समारोह मे स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के महासचिव जीतेन्द्र रघुवंशी समेत अनेक सदस्य भी इन ऐतिहासिक पलों के साक्षी बने।
गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण एक भव्य समारोह में किया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर शामिल होने के लिए संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति (रजि.) हरिद्वार के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया था। जिसके संदर्भ में संगठन के महासचिव श्री जितेन्द्र रघुवंशी ने समन्वय समिति के सदस्यों तथा आईएनए परिवारों के नाम गणेश माधवन के माध्यम से संस्कृति मंत्रालय को भिजवाए थे। मंत्रालय द्वारा उत्तराखंड से उनके साथ संगठन के वरिष्ठ सदस्य अर्जुन सिंह राणा, सुरेन्द्र बुटोला तथा भरत सिंह नेगी, आदिल शहनवाज खान मध्यप्रदेश से सुरेन्द्र दुबे, अरविन्द गुप्ता, दुष्यन्त पयासी, शुभम शर्मा, हरियाणा से मनीष यादव, अनिल यादव, दिल्ली से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ले. आर माधवन, पी एन पाण्डेय, गणेश माधवन, अवधेश सिंह, सर्वजीत सिंह ढिल्लन, ब्रिगेडियर आर एस शिकारा तथा उत्तर प्रदेश से अलका चौहान समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे। समारोह में बांग्लादेश के ढाका से अशरफ उल इस्लाम तथा सिंगापुर से उमा वेंकटेश की उपस्थिति सेनानी परिवारों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना।
रघुवंशी ने समारोह में शामिल होने के बाद बताया कि उन्हें इस बात की बहुत प्रसन्नता है कि वह इस ऐतिहासिक घटना के साक्षी बने। प्रधानमंत्री जी के द्वारा देश के महान क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण जब किया गया तो देश भर से कर्तव्य पथ पर एकत्रित हुए स्वतंत्रता सेनानियों एवं उनके उत्तराधिकारियों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा और उनका रोम-रोम पुलकित हो गया।
इस अवसर पर संगठन के महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी का दिल्ली में मेजर जनरल जीडी बक्शी, महान विचारक पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ तथा वयोवृद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति ( रजि.) के संरक्षक ले. आर माधवन से भी मिलना हुआ तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों तथा उनके उत्तराधिकारियों से जुड़ी अनेक समस्याओं के बारे में उनसे विस्तृत चर्चा की गई। चर्चा के दौरान इन सभी महानुभावों ने स्वतंत्रता सेनानियों एवं उनके परिवारों के लिए एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया तथा कहा कि देशभर में स्वतंत्रता सेनानियों के लगभग दो करोड़ उत्तराधिकारी रह रहे हैं जिन्हें संगठित करके एक मजबूत शक्ति के रूप में सामने लाना होगा। एक मजबूत संगठन के बल पर हम लोग न केवल अपने मान सम्मान की रक्षा कर सकेंगे, बल्कि देश के विकास में भी अपना योगदान दर्ज करा पाएंगे। देशभर से दिल्ली पहुंचे स्वतंत्रता सेनानियों एवं उनके उत्तराधिकारियों के दिल्ली में आवास आदि की व्यवस्था भारत सरकार द्वारा बहुत ही गरिमा पूर्ण तरीके से की गई थी। श्री रघुवंशी जी ने बताया कि जिस तरह से भारत सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर देश की आजादी में अपने प्राण न्योछावर करने वाले और यातनाएं सहने वाले स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान किया है, उसके लिए हम सभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति हार्दिक आभार ज्ञापित करते हैं।