देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने भारत के महासर्वेक्षक (सर्वेयर जनरल ऑफ इण्डिया) श्री सुनील कुमार से राजभवन में सर्वेक्षण तथा मैपिंग से सम्बन्धित जुड़े हितधारकों का एक सेमिनार आयोजित करने को कहा। यह सेमिनार भारतीय खोजकर्ताओं तथा सर्वेक्षकों के योगदान के बारे में आमजन को जागरूक करने के विषय पर केन्द्रित होगा। गुरूवार को राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने एसजीआई तथा सर्वे ऑफ इण्डिया के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक विस्तृत बैठक की।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि सर्वे ऑफ इण्डिया को देश की मुख्य मैपिंग एंजेसी के रूप में अपने गौरवशाली इतिहास को बनाए रखना होगा तथा भविष्य में देश के विकास में निरन्तर योगदान देना है। उन्होंने कहा कि सर्वे ऑफ इण्डिया द्वारा सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों एवं योजनाओं हेतु आवश्यक मानचित्र एवं आंकड़े उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। सर्वे ऑफ इण्डिया के तकनीक आधारित समाधानों का लाभ ग्रामीण आबादी को मिलना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि देश के एकीकृत विकास के लिए मैपिंग अत्यन्त आवश्यक है ताकि समस्त संसाधनों का उपयोग देश की प्रगति, समृद्धि तथा सुरक्षा के लिए किया जा सके।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि सर्वे ऑफ इण्डिया को भूमिगत रूप से कार्य करने की अपेक्षा अन्य विभागों से भी संवाद करना चाहिए। बैठक के दौरान सर्वे ऑफ इण्डिया के अधिकारियों ने पूरे देश की मैपिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए इस प्रतिष्ठित संगठन में किए गए तकनीकी तथा डिजिटल परिवर्तनों पर एक प्रस्तुतीकरण दिया। अधिकारियों ने जानकारी दी कि सर्वे ऑफ इण्डिया द्वारा वर्तमान में मैपिंग में आधुनिकतम तकनीक के साथ हाई रेज्योलूशन का प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय स्तर की परियोजनाएं जैसे स्वामित्व योजना, नेशनल हाइड्रोलॉजी प्रोजेक्ट, नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत मैपिंग आदि में सर्वे ऑफ इण्डिया के कार्यो के बारे में भी जानकारी दी।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सर्वे ऑफ इण्डिया की उपलब्धियों विशेषकर मॉउण्ट एवरेस्ट की ऊँचाई को मापने के लिए किए जा रहे सर्वे तथा भारत के त्रिकोणमितीय सर्वेक्षण कार्यों की सराहना की।
बैठक में डिप्टी सर्वेयर जनरल श्री प्रदीप सिंह तथा एडिशनल सर्वेयर जनरल ब्रि. बी सरीन भी उपस्थित थे।