समान नागरिक सहिंता लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा – पुष्कर सिंह धामी

हरिद्वार, 26 मई। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा की उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा जिसमे सामान नागरिक सहिंता कानून लागू होगा. हरिद्वार मे विहिप केंद्रीय मार्गदर्शक मण्डल कि बैठक मे शुक्रवार को बोलते हुए उन्होंने कहा कि यूसीसी पर गठित कमेटी 30जून तक अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप देगी। कमेटी का 90 प्रतिशत ड्राफ्ट पूरा हो चुका है. जिसके परिक्षण के बाद उत्तराखंड मे समान नागरिक सहिंता को लागू कर दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कानून सभी धर्म समुदाय के नागरिकों पर सामान रूप से लागू होगा। उन्होंने कहा की उत्तराखंड का समान नागरिक सहिंता कानून देश के लिए मॉडल बनेगा।

Uttarakhand will be the first state in the country to implement Uniform Civil Code - Pushkar Singh Dhami

हरिद्वार मे चल रही विश्वहिंदू परिषद केंद्रीय मार्गदर्शक मण्डल कि बैठक के समापन सत्र मे शुक्रवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी पंहुचे और उन्होंने संतो का आशीर्वाद लिया। बैठक मे देश भर से आये ढाई सौ से अधिक संतो के बीच नोलाते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि वह साधू संतो के आशीर्वाद से ही राज्य कि जनता कि सेवा कर रहे है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने धर्मान्तरण के खिलाफ कड़ा कानून बनाया है और लैंड जिहाद के खिलाफ भी काम कर रहे है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संतो को भरोसा दिलाते हुए कहा कि कहा की देवभूमि मे लैंड जिहाद के नाम पर अवैध कब्जे कर माहौल को नहीं बिगड़ने दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड दो दो अंतर्राष्ट्रीय सीमाओ से लगा हुआ है। राज्य कि सीमावरती क्षेत्रों तक समुदाय विशेष द्वारा अवैध कब्जे कर ढांचे बनाये गए थे जिन्हे एक अभियान चला कर हटाया जा रहा है और प्रदेश मे एक भी अवैध धार्मिक ढांचे को रहने नहीं दिया जायेगा।

 

उन्होंने कहा कि संत उन पर अपना आशीर्वाद बनाए रखें, जिससे की वह प्रदेश व सनातन धर्म के लिए कार्य करते रहें। उन्होंने कहाकि संतों ने उनसे जो अपेक्षा की है वह उसे पूरा करेंगे। बैठक मे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविन्द्र पुरी ने प्रदेश में लैड़ जिहाद पर की जा रही सरकार की कार्यवाही का स्वागत करते हुए इस कार्य के लिए मुख्यमंत्री की प्रशंसा की। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील भी की कि अतिक्रमण को हटाया जाना चाहिए, किन्तु जो मंदिर 50 वर्ष से अधिक पुराने हैं तथा जिनका पौराणिक महत्व है उन पर कार्यवाही नहीं की जानी चाहिए। कहाकि ऐसे स्थानो को सरकार को पट्टे पर दे देना चाहिए। बैरागी कैंप में आए दिन होने वाले संतों के स्थानों के साथ अतिक्रमण के नाम पर होने वाली छेड़छाड़ के सबंध में श्री महंत ने कहाकि जो स्थान बैरागी संतों के लिए रिजर्व है, उस स्थान को बैरागी अखाड़ों को सरकार द्वारा पट्टे पर दे दिया जाना चाहिए।

बैठक मे जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामण्डलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानंद गिरि ने भी लैंड जिहाद के खिलाफ चल रहे अभियान की प्रशंसा की। हरिद्वार में विगत दिनों एक् मुस्लिम युवक द्वारा हिन्दु पहचान बनाकर किए जा रहे कारोबार पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहाकि मुस्लिम समाज के लोग यदि हिन्दू की पहचान बनाकर या फिर हिन्दू देवी-देवताओं के नाम पर अपने प्रतिष्ठान का नाम रख भ्रमित करने का कार्य कर रहे हैं तो उन पर कार्यवाही की जानी चाहिए। वे अपने धर्म के अनुरूप अपने ढाबों आदि के नाम रखें। पहचान छिपाकर तीर्थनगरी में कारोबार करने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

बैठक की अध्यक्षता युगपुरूष महामण्डलेश्वर स्वामी परमानंद महाराज ने की। बैठक में शिरकत करने के बाद सीएम अपने तीन दिवसीय दौरे पर दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

Front Page Bureau

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