भारत चीन सीमा को जोड़ने वाला पुल फिर से ढह गया, सेना की चौकियों का संपर्क कटा

भारत चीन सीमा को जोड़ने वाला सामरिक दृष्टि से अति- महत्वपूर्ण गंगोत्री राजमार्ग पर  असी गंगा पर बना गंगोरी वैली पुल एक बार फिर से ध्वस्त हो गया। करीब 80 दिन पहले भी ये पुल भारी वाहनों की आवाजाही की वजह से टूट गया था। गंगोत्री सहित चार धाम  यात्रा 18 अप्रैल से शुरू हो रही है ऐसे में गंगोत्री धाम जाने वाले यात्रियों को काफी मुश्किल आ सकती है। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी आशीष चौहान ने पुल  टूटने की घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए है।

उत्तरकाशी में  गंगोत्री धाम के लिए जाने वाला पुल फिर से ढह गया है। साल 2012 में आई आपदा के बाद असी गंगा पर सीमा सड़क संगठन द्वारा  वैली पुल बनाया गया था। पिछले साल 14 दिसंबर को दो ओवर लोडेड वाहनों के पुल से गुजरने के दौरान ही ये पुल फिर से ध्वस्त हो गया था। सीमा सड़क संगठन ने करीब एक महीने के बाद इस पुल को फिर से चालू कर दिया था। मगर कल फिर से  एक ओवरलोड वाहन के पुल पर से गुजरने के कारण ही पुल भरभरा कर गिर पड़ा। पुल टूट जाने से गंगोत्री आने जाने वाला रास्ते पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई। 18 अप्रैल से गंगोत्री धाम की यात्रा भी शुरू हो रही है। ऐसे में अचानक ही 17 दिन पहले पुल टूट जाने से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। फिलहाल तो प्रशासन  टूटे हुए पुल के बराबर में ह्यूम पाइप का पुल बनाकर वैकल्पिक व्यवस्था करने में जुटा हुआ है। जिलाधिकारी आशीष चौहान ने पुलिस अधीक्षक ददनपाल के नेतृत्व में एक 5 सदस्यीय जांच समिति गठित कर जांच के आदेश दे दिए है। समिति को एक सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा गया है। अब इस पुल पर यातायात  मई के पहले सप्ताह में ही शुरू होने की उम्मीद है।

क्यों महत्वपूर्ण है असी गंगा पार बना ये गंगोरी पुल

असी गंगा पार बना गंगोरी पुल गंगोत्री धाम के लिए जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर बना है। ऐसी से होकर गंगोत्री धाम तक पंहुचा जाता है। इसके अलावा इस पुल का सामरिक दृष्टि से भी बहुत महत्व है। ऐसी एकमात्र पुल के जरिये भारत चीन सीमा पर तैनात सैनिको तक रसद व अन्य सामग्री पंहुचाई जाती है।  इस पुल के ढह जाने से सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण भारत चीन सीमा पर बनी मेंडी, नेलांग नाला, सोनम,, नीलापानी, जाडुंग, समुला, में भारत तिब्बत सीमा पुलिस और सेना की चौकियों का संपर्क भी फिलहाल कट  गया है। इस पुल के टूट जाने से असी गंगा घाटी ओर गंगोत्री घाटी के करीब 5 दर्जन से ज्यादा गांवों का संपर्क भी जिला मुख्यालय से कट गया है। जिनमे भटवाड़ी ब्लॉक से गंगोरी से आगे असी गंगा, उपला टकनौर, नाल्ड कथूड पट्टी के करीब 60 गांवों शामिल है। गौरतलब है कि इस पुल की व्यवस्था और देखरेख की जिम्मेदारी सीमा सड़क संगठन की है।

 

Front Page Bureau

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