कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र में एप्पल स्टोर में हुई जिस लाखों की चोरी को लेकर ज्वालापुर पुलिस पर सवालिया निशान उठ रहे थे आखिरकार आज पुलिस ने इस चोरी में बड़ा खुलासा करते हुए गैंग में शामिल रहे दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे कई मोबाइल फोन और आईपैड बरामद कर लिए इस मामले में बड़ी बात यह रही कि पहली बार देश में किसी पुलिस ने बिहार से लगे नेपाल बॉर्डर पर चोरी का माल बरामद करने में सफलता हासिल की है अभी पुलिस के रडार पर वह फरार आरोपी भी है जिनके पास चोरी का बाकी सामान मौजूद है
आपको बता दें कि 28 जनवरी की रात ज्वालापुर के रानीपुर मोड़ इलाके स्थित एप्पल के शोरूम में करीब 2500000 के एप्पल मोबाइल पर हाथ साफ कर दिया था जिसके बाद इसका खुलासा ना होने से ज्वालापुर पुलिस पर लगातार सवालिया निशान लग रहे थे कई दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद ज्वालापुर कोतवाली पुलिस और एसओजी ने बिहार और नेपाल बॉर्डर पर स्थित एक नेपाल के गांव से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है एसपी सिटी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के पास से 6 आईपैड 6 आईफोन और तीन मोबाइल फोन जो घटना में प्रयुक्त किए गए थे बरामद हुए हैं। पकड़ा गया गैंग बिहार का रहने वाला है और अभी इसमें कुछ लोग फरार हैं जिनकी तलाश पुलिस कर रही है पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं में पहले ही मुकदमे दर्ज हैं
इस मामले को पुलिस को भी उम्मीद कम थी की कि इसमें रिकवरी होना बहुत मुश्किल है इस खुलासे में अहम भूमिका निभाने वाले कोतवाली ज्वालापुर इंचार्ज अमरजीत सिंह ने बताया की इस मामले के बाद कुछ सीसीटीवी फुटेज और होटल में कागजात मिले थे उन के आधार पर बिहार के पूर्वी चंपारण में जांच शुरू की जिसके बाद पहले एक अपराधी और उसके बाद दूसरे 2 अपराधी गिरफ्तार हुए इसी दौरान बिहार के घोडासन गांव के लोग बड़े-बड़े शहरों को काट शोरुम को निशाना बनाते हैं यह गैंग कई प्रदेशों में चोरी की बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुका है।
पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद घोड़ासन निवासी प्रभुनाथ का कहना है कि इसका काम घटना से पहले होटल में कमरा लेने का होता है यह खुद स्वीकार कर रहा है कि इसे नेपाल से गिरफ्तार किया गया है हर चोरी पर इसे 20000 मिला करते थे इसका काम साथी चोरों के लिए होटलों में आईडी जमा कर कमरे उपलब्ध कराना है।