हरिद्वार प्रशासन हरिद्वार को देश के 100 सबसे स्वच्छ शहरो में शामिल करने को लेकर कवायद में जुटा हुआ है। हरिद्वार और आस-पास के कूड़ा निस्तारण के लिए आज मुख्य विकास अधिकारी स्वाति भदौरिया की अध्यक्षता में आज एक बैठक हुए जिसमे कलक्ट्रेट स्थित एनआईसी सभागार में आईआईटी रुड़की के प्रोफेसरों की टीम द्वारा नगर हरिद्वार के लिए तैयार की गयी ठोस अपशिष्ठ प्रबन्धन योजना (solid waste management scheme) का प्रोजेक्टर के माध्यम से मुख्य विकास अधिकारी के समक्ष प्रस्तुतिकरण किया गया।
अगर ये योजना परवान चढ़ी तो हरिद्वार देश के 100 सबसे स्वच्छ शहरों में होगा शामिल
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने नगर हरिद्वार के साथ ही विकास खण्ड बहादराबाद के बहादरपुर जट, भक्तनपुर आबिदपुर, अलीपुर इब्राहिम, अतमलपुर बोंगला, अजीतपुर, नूरपुर कंजनहेड़ी एवं रोहालकी किशनपुर क्षेत्र के ठोस अपशिष्ठ के निस्तारण की कार्ययोजना को भी नगर हरिद्वार की ठोस अपशिष्ठ प्रबन्धन योजना में शामिल करने के निर्देश आईआईटी रुड़की की टीम को दिये । सीडीओ ने जनपद के तीन विकासखण्डों भगवानुपर, बहादराबाद एवं रुड़की को भूकटाव से प्रभावित करने वाली नदी रतमऊ से भी भूकटाव रोके जाने की योजना बनाने के निर्देश आईआईटी रुड़की की टीम को दिये।
आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर रजत अग्रवाल द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से कूड़ा कलेक्शन (waste collection), मानव एवं मशीन संसाधनों के सदुपयोग (utilization of human and mechanical resources), कूड़ा डिस्पोजल (waste disposal) आदि बिन्दुओं पर विचार प्रस्तुत किये गये। श्री अग्रवाल द्वारा बताया गया कि आईआई रुड़की के तकनीकी ज्ञान, आरईसीटी नेटवर्क प्राईवेट लिमिटेड के ग्राउण्ड कार्य एवं हरिद्वार नगर निगम के संधासन जुटाने पर ही प्रस्तुत कार्ययोजना परवान चढ़ेगी। उन्होंने बताया कि प्रस्तुत कार्ययोजना को सफल रुप से क्रियान्वित होने में लगभग 9 महीने का समय लगेगा।
आईआईटी रुड़की की टीम ने दावा किया कि प्रस्तुत कार्ययोजना के सफल क्रियान्वयन पर हरिद्वार शहर देश के सबसे स्वच्छ 100 शहरों की श्रेणी में शामिल हो जायेगा। आईआईटी रुड़की टीम ने ठोस अपशिष्ठ प्रबन्धन में म्यूनिसीपिल टीम की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। आईआईटी रुड़की टीम ने राज्य हरियाणा के शहर अम्बाला को स्वच्छ शहर की श्रेणी में लाने में अम्बाला म्यूनिसीपिल टीम का उदाहरण भी अधिकारियों के समक्ष रखा।
बैठक में पी डी संजीव राय, डीडीओ पुष्पेन्द्र चैहान, डीपीआरओ रमेशचन्द, सहायक नगर आयुक्त हरिद्वार संजय कुमार, स्वजल से पेयजल एवं स्वच्छता समन्वयक पवन कुमार मिश्रा, चन्द्रकान्म मणि त्रिपाठी व अनीता देवरानी, आईआई रुड़की से मनोरंजन फरीदा, डाॅ0 शिव मोहन रेडी व डाॅ0 बीआर गुर्जर, आरईसीटी दिल्ली से सूरज आदि उपस्थित थे।