हरिद्वार,29 सितम्बर। भारत सरकार, आयुष मंत्रालय, उत्तराखण्ड शासन एवं उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निर्देशनानुसार ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के तत्वाधान में विशेष स्वच्छता एवं जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जो कि एक पखवाडा जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिवस तक जारी रहेगा। इस कार्यक्रम के तहत ही ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के परिसर निदेशक प्रो0 डा0 डी0सी0 सिंह के मुख्य संयोजन एवं शरीर रचना विभागाध्यक्ष प्रो0 डा0 नरेश चौधरी के संयोजन में ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के संकाय सदस्यों ,कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा गंगा किनारे की मलिन बस्तियों में स्वच्छता एवं जन जागरूक अभियान चलाकर विशेष सफाई की गई तथा सभी बस्तियों से पालीथिन, कूडा-कचरा एकत्रित कर नगर निगम के कूडादानों में जमा किया गया।
जनजागरूकता अभियान के तहत बस्तियों में निवास करने वाले परिवारों को विशेष रूप से संदेश दिया गया कि स्वच्छता अभियान चलाने का उद्देश्य है कि सभी जनमानस अपने घर के आसपास का कूडा कचरा नगर निगम द्वारा रखे गये कूडादानों में ही डालें तथा विशेष रूप से पालीथिन एवं प्लास्टिक निर्मित वस्तुओं को अलग से एकत्रित किया जाये, जिससे उक्त कचरे का उचित निस्तारण किया जा सके।
ऋषिकुल परिसर के निदेशक प्रो0 (डा0) डी0सी0 सिंह ने कहा कि ऋषिकुल परिसर के सभी अधिकारी, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं पूरे स्वच्छता पखवाडे के तहत आस पास के सभी गली-मोहल्लों एवं बस्तिओं में जाकर सम्पूर्ण जनसमाज को स्वच्छता के प्रति जागरूक करेंगें तथा मलिन बस्तिओं के निवासियों हेतु विशेषकर काउंसलिंग एवं चिकित्सा शिविर भी की आयोजित किये जायेंगें, जिससे वे पूर्णतया स्वस्थ्य रहने के लिये साफ सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखेंगें।
स्वच्छता अभियान के संयोजक डा0 नरेश चौधरी ने अवगत कराया कि 15 दिवसीय अभियान के अन्तर्गत नगरीय क्षेत्र हरिद्वार के सभी गंगा घाटों को स्वच्छ कर यात्रियों एवं श्रद्धालुओं को भी विशेष रूप से जागरूक किया जायेगा कि हम सभी का गंगा मां को निर्मल एवं स्वच्छ करना सर्वोच्च प्राथमिकता है साथ ही साथ हरिद्वार जनपद को पालिथिन एवं सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करना है जिससे प्रदूषण से बचा जा सके और प्रत्येक व्यक्ति आज के परिपेक्ष्य में प्रदूषित वातावरण से सुरक्षित कर अपने आप को स्वस्थ्य रख सकें।
स्वच्छता अभियान में संकायाध्यक्ष प्रो (डा0) अनूप कुमार गक्खड़, डा0 वेद भूषण, डा0 चारूल सैनी, डा0 हेमलता तिवारी, डा0 रेनू, डा0 आकांक्षा कैन्त्यूरा, डा0 आकांक्षा पंवार, डा0 दीपिका, डा0 वर्षा, डा0 मनजीत रावत, डा0 जयप्रकाश रावत, डा0 दीपिका भट्ट, डा0 इन्द्रमणि, डा0 अक्षु शर्मा, संतोष कुमार आदि ने सक्रिय सहभागिता की।