कौशिक ने श्री मदभागवत कथा सप्ताह तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम समारोह में शिरकत करते हुए कहा कि त्यागमूर्ति गोस्वामी जी के विचार हर युग में प्रासंगिक रहेंगे।
सनातन धर्म सभा के कार्यवाहक प्रधान इन्द्र मोहन गोस्वामी ने कहा कि त्यागमूर्ति गोस्वामी गणेश दत्त जी महाराज उत्तर भारत की अनेक धार्मिक एवं शिक्षण संस्थाओं के साथ-साथ सप्त ऋषि आश्रम हरिद्वार के भी संस्थापक थे। उन्होंने छुआछूत का भेद मिटाया। मंच संचालक डॉ देश बन्धु द्वारा त्यागमूर्ति गोस्वामी गणेश दत्त जी के जीवन तथा कार्यों का परिचय दिया गया।
समस्त कार्यक्रम प्रतिनिधि सभा पंजाब के प्रधान डॉ शिव कुमार शर्मा के आर्शीवाद से कार्यवाहक प्रधान आई.एम. गोस्वामी, महामंत्री उपेन्द्र शर्मा, डॉ. देशबन्धु तथा गोस्वामी सरदारी लाल, उपप्रधान के.के. अग्रवाल, सुधीर गुप्ता, महेन्द्र कालरा, कंसल, दिल्ली कार्यालय के सचिव डी.आर. मदान, श्री सनातन धर्म महावीर दल के प्रधान महन्त स्वरूप बिहारी शरण, सप्तऋषि आश्रम के प्रशासक डॉ. आर.पी.विज, प्रबंधक विनोद सैनी एवं सक्सेना के सहयोग से हुआ।
गोस्वामी जी की 59वीं पुण्यतिथि बहुत श्रद्धा एवं सम्मान के साथ मनाई गई। 3 जून से श्रीमद् भागवत सप्ताह का आरंभ किया गया। प्रसिद्ध कथावाचक पंडित दीनदयाल भारद्वाज ने 7 दिन बहुत मनोयोग से कथा की। भोग के पश्चात सांयकाल धार्मिक एवं सामाजिक विषयों पर आधारित संगीत नृत्य का कार्यक्रम हुआ। आज यज्ञ के पश्चात गोस्वामी जी के समाधि स्थल पर सभी श्रद्धालु अनुयायियों ने माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्रद्धांजलि समारोह में हरिद्वार के अनेक महात्माजन पधारे। जिन्होंने अपनी ज्ञानमय वाणी से सभा को संबोधित किया। जूना अखाड़ा के राष्ट्रीय सचिव स्वामी देवानंद सरस्वती ने कर्म के विषय में विस्तार से बताते हुए जिसके फल लोक के साथ परलोक में भी साथ जाता है। शेष तो अकर्म है। जो स्वार्थवश ही होते हैं। महन्त मोहनदास रामायणी, स्वामी अनीता भारती, महन्त कमलदास, बाबा कमलदास, महन्त जमनानन्द, महन्त सोमेश्वरानंद, महन्त दीनदयाल गिरी, महन्त भुवनेश्वर पुरी, महन्त इन्द्रानन्द सरस्वती एवं इन्द्रदत्त शास्त्री ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा पंजाब की उत्तराखंड, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तरप्रदेश तथा जम्मू कश्मीर की शाखाओं से पांच सौ से ज्यादा प्रतिनिधि समारोह में शामिल हुए।
श्री सनातन धर्म शिक्षा समिति के तत्वावधान में सनातन धर्म संस्थाओं में से उत्तम महिला प्राध्यापक, एसोसियेट प्रोफेसर श्रीमती सुनीता भल्ला, उत्तम पुरूष प्राध्यापक, एसोसियेट प्रोफेसर डॉ. अजय शर्मा तथा शिक्षक पवन शास्त्री को महामना मदन मोहन मालवीय स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया। स0घ0 संस्थानों के उत्तम छात्र के रूप में छात्रा सुश्री महक को त्यागमूर्ति गोस्वामी गणेश दत्त स्मृति सम्मान प्रदान किया गया। भजन मंडली के भजनों से कार्यक्रम का वातावरण श्रद्धामय हो उठा।