देश और दुनिया मे करोड़ो समर्थकों वाले एक आध्यात्मिक संत को राहुल गांधी की शक्ल पसंद नही है। गायत्री परिवार शांतिकुंज के अध्यक्ष डॉक्टर प्रणव पंड्या ने साफ कहा कि वो इसी लिए उनसे मिलने के इच्छुक भी नही है और अगर वो मिलने आएंगे तो आम आदमी की तरह ही मुलाकात कर पाएंगे। प्रणव पंड्या ने यह बात आज संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कही।
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दो दिन पूर्व ही 2019 के चुनाव के लिए भाजपा के लिए समर्थन की अपील करने आये भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को टका से जवाब देने वाले शांतिकुंज के प्रणव पंड्या ने आज राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। उंन्होने साफ कहा कि किसी भी तरह के चुनावी सहयोग के बारे में वो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से कोई बात नही करेंगे।
उंन्होने कहा कि अगर राहुल गांधी उनसे मिलने आते है तो वो आम आदमी की तरह आये और और उसी तरह से वे लाइन में लगकर उनसे मिल सकते है। राहुल गांधी को अलग से कोई वीआईपी सत्कार नही दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को अमित शाह की तरह वीआईपी सत्कार नही मिलेगा।
जब उनसे पूछा गया कि ऐसा क्यों तो पंड्या से साफ साफ कहा कि मुझे राहुल गांधी की शक्ल ही पसंद नही है। पंड्या ने यंहा तक कहा कि उन्हें राहुल गांधी की शक्ल ही नही कांग्रेस की नीतियां भी हमसे मेल नही खाती है।
पंड्या के राहुल गांधी पर हमले से यह भी साफ हो गया है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात के बाद उनकी भाजपा से नाराजगी भी कम हो गई है। दो दिन पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह संपर्क फ़ॉर समर्थन अभियान के तहत प्रणव पंड्या से मिलने आये थे। तब पंड्या ने भाजपा को 2019 चुनाव में समर्थन करने का कोई भरोसा अमित शाह को नही दिया था। तब ऐसा माना जा रहा था कि पंड्या भाजपा से नाराज है। इससे पहले जब प्रणव पंड्या को प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया था तब पंड्या ने राज्यसभा की सदस्यता ठुकरा दी थी। तब भी पंड्या की भाजपा से नाराजगी की चर्चाएं थी। पंड्या की अमित शाह को समर्थन पर ना से नाराजगी से भाजपा में बैचेनी बढ़ गई थी। क्योंकि शांतिकुंज के देश भर में खासकर मध्यप्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़ में खासा असर है और उनके करोड़ो समर्थक है।
[highlight color=”yellow”]आज मोहन भागवत से मुलाकात के बाद प्रणव पंड्या के सुर बदले हुए थे। खासकर राहुल गांधी पर हमला भी उनकी भाजपा से नाराजगी खत्म होने का संकेत है। पंड्या से कहा भी की उनकी भाजपा से कोई नाराजगी नही है।[/highlight]
डॉक्टर प्रणव पंड्या ने नमामि गंगे को लेकर जताई नाराजगी
उंन्होने कहा कि गंगा स्वच्छता को लेकर जिस तरह से काम होना चाहिए था वो हुआ नही है। पहले गंगा की स्वच्छता के लिए उमा भारती आई और चली गयी। उनको हटाकर अब नितिन गडकरी आ गए मगर ऐसा लगता कि ये भी चले जाएंगे पर गंगा साफ नही हो पाएगी। उंन्होने कहा कि हमे केंद्र से अभी तक गंगा की पूर्णतः सफाई को 2026 तृक लक्ष्य पूरा करने को लेकर भी कोई भरोसा नही मिला है मगर हमअपने स्तर से गंगा सफाई का काम कर रहे है।उंन्होने कहा कि गंगा की स्वच्छता के लिए हम सरकार से बिना आर्थिक सहयोग लिए काम करने को तैयार है। हमारे स्वयंसेवक गंगा की स्वच्छता के लिए बड़े स्तर पर काम कर रहे है। पंड्या ने कहा कि जिन जगहों पर बड़ी बड़ी फैक्टरियों की और गंगा किनारे शहरों की गंदगी गंगा में गिरती है, उन जगहों पर हमे सरकार की मदद की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी में उन्हें मदद का भरोसा दिया है।
डॉक्टर पंड्या ने कहा कि भागवत जी के साथ बातचीत में दलित मुद्दे पर भी सार्थक चर्चा हुई है। उंन्होने कहा कि हम सब दलितों के उत्थान और उनके संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। उंन्होने कहा कि बहुत जल्द 50 हजार दलित कन्याओं का एक बड़ा सम्मेलन हरिद्वार अथवा दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।जिसमे दलितों के सामाजिक उत्थान पर चर्चा होगी।
पंड्या ने पर्यावरण के मुद्दे पर कहा कि पर्यावरण के संरक्षण के लिए जन चेतना ज्यादा जरूरी है।