रक्षाबंधन के अवसर पर तीर्थ पुरोहितों ने श्रावणी कर्म संस्कार संपन्न कराये, श्रावणी कर्म संस्कार से समस्त पापो का नाश होता है- प्रतीक मिश्रपुरी 

हरिद्वार,11अगस्त। श्रावण शुक्ल पूर्णिमा के अवसर पर शुक्ल यजुर्वेद ब्राह्मणों ने श्रावणी कर्म संस्कार संपन्न किया। रक्षाबंधन के पवित्र पर्व के मौके पर किये जाने वाले श्रावणी कर्म अनुष्ठान में तर्पण, हेमाद्रि संकल्प, पाप विमोचन, यज्ञोपवित अनुसंधान, ऋषि पूजन, ऋषि तर्पण, रक्षा अनुसंधान संस्थान विस्तार पूर्वक किया गया।

 

इस अवसर पर प्रख्यात ज्योतिषाचार्य डॉक्टर प्रतीक मिश्रपुरी ने कहा की यदि वर्ष भर में कोई पाप,जैसे मन से वचन से,कर्म से, जाने अंजाने में जो पाप हो जाते हैं, अथवा जिन लोगो की बड़ाई नहीं करनी उनकी भी बड़ाई कभी कभी करनी पड़ती हैं। इस प्रकार के समस्त पापो का विमोचन आज इस हेमाद्रि संकल्प लेकर पवित्र गंगा जी मे स्नान करने के बाद हो जाता हैं।

 

श्रावणी कर्म संस्कार के सभी अनुसंधान कर्म आचार्य नितिन शुक्ला के नेतृत्व में किया गए। इस अनुष्ठान में डाक्टर प्रतीक मिश्रपुरी, पंडित दीप रत्न शर्मा,विनीत पराशर,अंकित शर्मा,अभिनव शुक्ला, नीरज शुक्ला, साहिल कौशिक, रचित शर्मा, राघवेंद्र शर्मा, योगेश शर्मा, मनोज शर्मा, शिवम भारद्वाज, पंकज शर्मा, राघव वसिष्ठ, माधव वसिष्ठ सहित अनेक पुरोहित उपस्थित थे।

 

 

Front Page Bureau

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