अग्नि अखाड़े के संतों के बीच गहराता जा रहा है विवाद, अखाड़े के इस वरिष्ठ महंत ने लगाए कैलाशानंद और मुक्तानंद पंर गंभीर आरोप

हरिद्वार। श्री पंच अग्नि अखाड़े के संतों के बीच विवाद लगातार गंभीर रूप लेता जा रहा है। अग्नि अखाड़े में सत्ता पर काबिज संतो के फर्जीवाड़े से अखाड़े के अन्य संतो में भारी आक्रोश व्याप्त है। अखाड़े के स्वामी रूद्रानंद गिरि महाराज और श्रीमहंत मुक्तानंद व निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद के बीच कानूनी विवाद गहराता जा रहा है। जिसके चलते स्वामी रूद्रानंद ने पुलिस को दिए प्रार्थनापत्र में आरोप लगाया है कि श्री पंच अग्नि अखाड़े की ओर से वाराणसी के सहायक निबंधक फर्म सोसायटी एवं चिट्स कार्यालय में जो 12 मृत्यु प्रमाण पत्र लगाए गए है वह फर्जी है।

जिसमें महन्त गोपालानंद गुरु प्रेमानंद तथा महन्त पुरुषोत्तमानंद गुरु प्रेमानंद के मृत्यु प्रमाण पत्र बिलखा जुनागढ़ के प्रस्तुत किए गए। इसी के साथ उन्होंने निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज पर फर्जी हस्ताक्षर करने का भी आरोप लगाया है। रुद्रानंद गिरी के अनुसार इस संबंध में मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई हुई। जहां अगली सुनवाई के लिए 15 मार्च की तारीख मुकर्रर की गयी है।

 

स्वामी रूद्रानंद गिरि महाराज ने निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यदि कैलाशानंद सही हैं तो वे उनके निम्न सवालों को जवाब दें-

1ः- गौमुखी गंगा और रावतेश्वर धर्मालय बिलखा जुनागढ़ गुजरात का महंत कब और कहां बनाया गया।

2ः- महंताई की चादर विधि में कौन-कौन लोग शामिल रहे।

3ः- कलेक्टर जुनागढ़ को महन्त की नियुक्ति करने का आवेदन आपने दिया उस पर आपने हस्ताक्षर किए।

4ः- आपने सहमति पत्र पर कब हस्ताक्षर किए।

5ः- 2 नवम्बर 2019 को आप कहां थे।

6ः- आपने इस सम्बन्ध में कोई कबुलात दी है।

7ः- क्या यह सही है कि आपने कबुलात पत्र में लिखा कि पूर्णानंद न तो हमारे गुरुजी का शिष्य है और न ही इस संस्था का अनुगामी है।

8ः- बिलखा जुनागढ़ के महंत बनने के बाद कितने दिन बिलखा रहें और वहां की व्यवस्था संभाली।

9ः- संपूर्णानंद कौन है, जिसे गौमुखी गंगा रावतेश्वर धर्मालय बिलखा का ट्रस्टी बनाया गया है उसमें आप की सहमति है।

10ः- 21 दिसम्बर 2019 को आप कहां थे।

11ः- 21 दिसम्बर के दो शपथ पत्र चैरिटी कमीश्नर जुनागढ़ को प्रस्तुत किए गए जिसमें आपके फोटो के साथ हस्ताक्षर हैं।

12ः- इन सभी कागजों पर किये गये हस्ताक्षर आपके हैं अथवा किसी ओर के हैं।

13ः- कलेक्टर जुनागढ़ में आपके और मुकुंदानंद के विरुद्ध कोई फर्जी कागजात का केस किया गया हैं, आपको उसकी जानकारी है।

14ः- क्या यह सही है कि बिलखा में सभी अखाड़ों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में श्रीमहंत गोपालानंद जी के भंडारे के समय किसी ओर को महन्त बनाया गया था।

 

स्वामी रूद्रानंद गिरि महाराज ने कहा है कि इस संबंध में भी उन्होंने शिकायत दर्ज करायी हुई है। उन्होंने कहाकि निरंजन पीठाधीश्वर को इन सवालों के जवाब देने ही होंगे और यदि उक्त सवालों के जवाब दे देते है तो माना जाएगा की वे सत्य के मार्ग के अनुगामी हैं।

Front Page Bureau

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