ऋषिकेश,
उत्तराखंड के सुपूत ने भारत के सैन्य इतिहास में वीरता का नया अध्याय दर्ज किया है. पिछले दिनों कश्मीर में आमने सामने की मुठभेड़ में दो आतंकियों को दीपक ने बहादुरी के साथ सामना करते हुए मार डाला था. उसकी वीरता पर सेना ने दीपक को शौर्य चक्र प्रदान किया है. रायवाला निवासी शौर्य चक्र प्राप्त दीपक आले के शौर्य चक्र मिलने पर जब दीपक अपने गावं रायवाला पंहुचे तो उनके आगमन पर स्थानीय लोगों, ग्राम पंचायत व विभिन्न संगठनों ने उनका जोरदार स्वागत किया,
उत्तराखण्ड के लाल दीपक आले रायवाला के प्रतीतनगर के रहने वाले हैं. दीपक आले ने जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर (कुपवाड़ा) में बीते वर्ष 9 अप्रैल को नियंत्रण रेखा पर आमने-सामने की लड़ाई में दो आतंकियों को मार गिराया था, दीपक की इस वीरता पर बीते वर्ष 15 अगस्त को उन्हें शौर्य चक्र से नवाजे जाने की घोषणा हुई, बीते 23 अप्रैल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें शौर्य चक्र से नवाजा, अदम्य साहस व वीरता का परिचय देने वाला यह जवान 1/3 गोरखा राइफल्स में केरन सेक्टर के बर्फ से घिरे दुर्गम इलाके में तैनात हैं. दीपक के पिता पदम बहादुर आले भी भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं।शौर्य चक्र मिलाने के बाद पहली बार जब दीपक अपने घर पंहुचा तो वंहा गावं वालों ने उसका जोरदार स्वागत किया. शौर्य चक्र पाने के बाद गुरुवार को दीपक के रायवाला आने पर स्थानीय लोगों में हर्ष की लहर दौड़ पड़ी, लोग बड़ी संख्या में हनुमान चौक पर एकत्र हुए, ढ़ोल नगाड़े के साथ नाचते और भारत माता की जयकारे लगाते लोग दीपक को छोड़ने उनके घर तक गए. ,
दीपक तुम्हारी इस बहादुरी पर हम सब को नाज है. फ्रंटपेज न्यूज़ सभी देशवासियों की तरफ से आपको सैल्यूट करता है.