उत्तराखंड हुआ योगीमय, बोले योगी आदित्यनाथ जल्द निपट जायेगा यूपी और उत्तराखंड के बीच बटवारें का मसला

ऋषिकेश,
उत्तराखंड का ऋषिकेश आज योगीमय था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज उत्तराखंड के दौरे पर ऋषिकेश में थे। ऋषिकेश में योगी आदित्यनाथ का जोरदार स्वागत हुआ।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जंहा योगी की जमकर तारीफ की वंही योगी ने भी त्रिवेंद्र की तारीफों के कसीदें पढ़ें। रावत ने उत्तरप्रदेश को गुंडामुक्त और अपराध मुक्त बनाने की दिशा में किये जा रहे प्रयासों की सराहना की वंही योगी ने भी मुख्यमंत्री रावत को पलायन रोकने की डेशन में और गैरसैण में विधानसभा सत्र आहूत करने पर बधाई दी।

योगी आदित्यनाथ ने कहा की उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के बीच परिसंपत्तियों के बटवारे का मसला जल्द ही हल कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा की इससे पहले किसि ने इस विवाद के निपटारे में रूचि नहीं दिखाई है। मगर हमारी और उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार इस विवाद के निपटारे के लिए गंभीर है। उन्होंने कहा की उत्तराखंड राज्य बने हुए 18 साल हो गए हैं परंतु यह विवाद अभी तक हल नहीं हो पाया है। योगी आदित्यनाथ ने आज ऋषिकेश में चौदह बीघा क्षेत्र स्थित गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में गुरु गोरक्षनाथ जी की प्रतिमा का अनावरण किया। इससे पूर्व योगी ने गुरु गोरक्षनाथ जी की समाधी पर फूल चढ़ाये। प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम के बाद योगी ने एक जनसभा को भी सम्बोधित किया।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर सकारात्मक पहल की है। उन्होंने अपने प्रदेश के आलाधिकारियों को यह निर्देशित कर दिया है कि दोनों राज्यों के बीच भूमि के बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं होना चाहिए और यह विवाद जल्दी ही समाप्त हो जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है हम सबके मन के भाव एवं भावनायें भी इसी प्रकार की होनी चाहिये। प्रसिद्ध योगी गोरक्षनाथ को अमर योगी बताते हुए उन्होंने कहा कि वे साधक एवं भक्त की भावना के अनुरूप दर्शन देते हैं व कृतार्थ करते हैं। उत्तराखण्ड में नाथ सम्प्रदाय के 24 स्थान हैं। इन स्थानों के प्रति लोगों की गहरी आस्था रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड पर दैविक कृपा रही है। यहां की चोटियों पर देवता निवास करते हैं।

उत्तराखण्ड सबसे उपजाऊ क्षेत्र के साथ ही गंगा-यमुना का उद्गम स्थल व चारधाम विशिष्टता प्रदान करते हैं। गंगा व यमुना के कारण उत्तर भारत देश का सबसे उपजाऊ क्षेत्र है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, पर्वतीय राज्य की अवधारणा के अनुरूप पहाड़ी क्षेत्र की समस्याओं का समाधान तथा जनता से सीधा संवाद स्थापित कर समस्याओं का निदान कर रहे हैं। इससे दुर्गम क्षेत्रों की समस्याओं के समाधान का मार्ग प्रशस्त हुआ है।

विषम भौगोलिक परिस्थिति के बावजूद उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री तीव्रता से जनसमस्याओं के समाधान के प्रति प्रयासरत है। उन्होंने मुख्यमंत्री को गैरसैंण में विधानसभा सत्र आयोजित करने के लिये भी बधाई दी तथा उत्तराखण्ड को देश की सुरक्षा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बताया। देश की सुरक्षा में तैनात यहां के वीर सैनिकों की भी उन्होंने सराहना की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में उत्तराखण्ड विकास की नई ऊंचाईयां प्राप्त करेगा।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड से मेरा भावनात्मक लगाव है क्योंकि यह मेरी जन्म भूमि है। उन्होंने कहा कि देश का हर व्यक्ति चार धामों गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ, केदारनाथ, हरिद्वार, ऋषिकेश, हेमकुंड कुंड साहिब के दर्शन करने की अभिलाषा रखता है। हर हिन्दू श्रद्धालु की इच्छा हरिद्वार में गंगा मईया में डुबकी लगाकर अपने जन्म—जन्मान्तर के पाप धोने की रहती है।

योगी ने कहा पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन रोकने की दिशा में राज्य सरकार अच्छा कार्य कर रही है। सरकारी योजनाओं को गरीबों और समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के पास पहुंचाया जा रहा है। यह कार्य बड़ी पारदर्शिता के साथ हो रहा है, जबकि सरकार के पास सीमित साधन है। योगी ने इस कार्य के लिए त्रिवेंद्र रावत को बधाई दी।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रावत ने भी योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार की तारीफों के पुल बांधे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को गुंडागर्दी से मुक्त कराने के लिए योगी सरकार ने बहुत निडरता के साथ कार्य किया है। योगी उत्तर प्रदेश में जिस दिशा में जाते हैं वहां से विकास कार्य की हवा बहने लगती है और गुंडागर्दी खत्म हो जाती है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को समस्याओं के समाधान में विश्वास रखने वाला बताया। उत्तर प्रदेश जैसे विशाल विविधता वाले प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था को उन्होंने कैसे दुरूस्त किया है यह आज दुनिया देख रही है। उन्होेंने अपना भरा पूरा परिवार छोडकर समाज व देश की सेवा के लिये संन्यास का मार्ग अपनाया। उत्तर प्रदेश जैसे विशाल प्रदेश को उन्होंने अपने जिस कुशल प्रशासनिक दक्षता के साथ नई दिशा देने का प्रयास किया है, यह वास्तव में गौरव की बात है।

इस मौके पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक और उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल आदि ने विचार रखें। नाथ संप्रदाय की ओर से योगी आदित्यनाथ को शॉल गंगाजलि और रुद्राक्ष की माला भेंट कर अभिनंदन किया गया। वहीं दूसरी ओर योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रावत को शॉल और भगवान गुरू गोरक्षनाथ का चित्र भेंट कर उनका नाथ संप्रदाय की ओर से अभिनंदन किया। इस अवसर पर नाथ सम्प्रदाय के योगी बालकनाथ जी महाराज, महंत नरहरिनाथ एवं अन्य संतगण उपस्थित थे।

Front Page Bureau

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