हरिद्वार। टिकट वितरण में “अपनों” की अनदेखी अब कांग्रेस का बड़ा सिरदर्द बन गयी है। कांग्रेस जिले में कम से आधा दर्जन सीट पर अपनो के बगावती तेवरों से मुसीबत में पड़ गयी है। चाहे हरिद्वार शहर सीट हो अथवा हरिद्वार ग्रामीण या फिर खानपुर, लक्सर, मंगलौर या रुड़की सीट हो सभी जगह टिकटों को लेकर पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओ में असंतोष है। हरिद्वार में गुज्जर समाज ने 11 में से एक लक्सर की सीट से पार्टी के गुज्जर नेता को टिकट देने की मांग की थी। जिले भर के गुज्जरों के नेता प्रमोद खारी को कांग्रेस से लक्सर सीट से टिकट देने की मांग की जा रही थी। प्रमोद खारी को हाई कमान के ठोस आश्वासनो से गुज्जरों को लक्सर से प्रमोद खारी को प्रत्याशी बनाये जाने का पक्का भरोसा भी हो गया था मगर कांग्रेस ने इन वक्त पर खारी का नाम काट कर एक बाहरी व्यक्ति को कांग्रेस का टिकट थमा दिया। जिससे गुज्जरों में अभी तक कांग्रेस के प्रति भारी नाराजगी है। प्रमोद खारी का कहना है कि कांग्रेस गुज्जरों को हल्के में ले रही है और उसे हरिद्वार की कम से कम सीटों इसका खामियाजा पर भुगताना पड़ सकता है। हरिद्वार की हरिद्वार ग्रामीण, लक्सर, रुड़की, खानपुर, मंगलौर और झबरेड़ा सीट पर गुज्जर मतदाता बहुतायत में है और चुनाव का परिणाम पलटने की कूबत रखते है। हरिद्वार ग्रामीण से तो पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी अनुपमा चुनाव मैदान है। इस सीट पर भी करीब 16 हजार से अधिक गुज्जर मतदाता है।
प्रमोद खारी ने 7 फरवरी को गुज्जर समाज का महासम्मेलन बुलाया है, जिसमे गुज्जर समाज अपने भविष्य की रणनीति तय करेगा। माना जा रहा है कि गुज्जर समाज के मतदाता जिले की सभी सीटों पर कांग्रेस का “हाथ” छोड़ सकते है। हालांकि अभी प्रमोद खारी का कहना है कि वह कांग्रेस के सच्चे सिपाही है और अपने समाज के लोगो को समझाने और मनाने की कोशिश कर रहे है मगर समाज के लोगो के साथ कांग्रेस ने जो धोखा किया है उससे समाज के लोग बेहद आहत है और वह कुछ भी सुनने समझने को तैयार नही है। गुज्जरों के रुख से साफ है कि वह अपने साथ हुए धोखे का बदला लेने की ठान चुके है।
उधर गुज्जरों की नाराजगी पर हरीश रावत ने कहा कि हमने गुज्जरों को भी टिकटों में प्राथमिकता दी है। हरिद्वार की खानपुर सीट से गुज्जर समुदाय के सुभाष चौधरी को टिकट दिया गया है। प्रमोद खारी के आरोपो पंर उनका कहना है कि प्रत्याशी के चयन में कई बातों का ध्यान रखाना पड़ता है और बेहतर का चुनाव कर ही टिकट दिया जाता है। सुभाष चौधरी पार्टी के जनरल सेक्रेटरी भी है और हाई कमान ने बहुत सोच समझकर ही उन्हें टिकट दिया है।