कांवड़ यात्रा को लेकर हरिद्वार मे हुई इंटरस्टेट बैठक, तैयारियों को लेकर की गई चर्चा 

नितिन शर्मा, हरिद्वार, 6 जुलाई। अगले सप्ताह से शुरू होने जा रहे कांवड़ मेले को लेकर उत्तराखंड और राज्य के सीमावर्ती जनपदों के कांवड़ अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक आयोजित हुई। इस बार 4 करोड़ से अधिक संख्या मे कांवड़ियों के आने की संभावनाओं को देखते हुए कावड़ मेले के दौरान सुरक्षा और सफल संचालन को लेकर अपनाई जाने वाली रणनीति के साथ विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। बैठक मे सीमावर्ती जनपदों से आये हुये अधिकारियों ने अपने अनुभवों को साझा करते हुये कांवड़ यात्रा के सफल संचालन के लिये अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये।

हरकी पौड़ी के पास सीसीआर मे आयोजित इंटरस्टेट बैठक में जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने काँवड मेले पर प्रस्तुतीकरण देते हुये आगामी 14 जुलाई से 27 जुलाई तक चलने वाले कांवड़ मेले के सम्बन्ध में विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि दो वर्षों से कोविड-19 के कारण कांवड़ यात्रा नहीं हो पा रही थी। उन्होंने वर्ष 2019 में हुई कांवड़ यात्रा के विभिन्न पहलुओं की जानकारी भी बैठक में साझा की। बैठक मे काँवडियों द्वारा लाई जाने वाली कांवड़ की ऊंचाई सात फ़ीट निर्धारित की गयीं ताकि ज्यादा ऊँची कांवड़ यात्रा में व्यवधान उत्पन्न न करे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष कांवड़ियों की संख्या चार करोड़ के लगभग हो सकती है, जिनमें से अधिकतर युवा कांवड़िये होंगे, जिसको देखते हुये सारी व्यवस्थायें की जा रही हैं।

 

गढ़वाल मंडल के आयुक्त सुशील कुमार ने बैठक में सीमावर्ती जनपदों के अधिकारियों से अपने जनपदों के कांवड़ यात्रियों की सूची तैयार करने को कहा जिससे आकस्मिकता के समय काफी मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण एक बड़ी चुनौती है, इसलिये इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आस्था के साथ-साथ अन्य पहलुओं का भी पूरा ध्यान रखा जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि दुकानों में कोई भी ऐसी चीज की बिक्री नहीं होनी चाहिये, जिसे हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, ऐसी वस्तुओं की बिक्री पर पूरी तरह से रोक होनी चाहिये।

 

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार डॉ0 योगेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि जो भी कांवड़िये यात्रा पर निकलें तो वे अपने साथ कोई न कोई पहचान पत्र अवश्य लेकर चलें तथा रोड साइड की जितनी भी दुकानें हैं, वे अपनी ओरिजनल आईडी जरूर रखें। बैठक में कावंड़ यात्रा के दौरान जुगाड़ वाहनों के इस्तेमाल पर रोक रहेगी।

 

बैठक में सीमावर्ती जनपदों से लेकर हरिद्वार तक के ट्रैफिक प्लान को लेकर भी विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। बैठक में आये सीमावर्ती जनपदों के अधिकारियों ने आगामी कांवड़ के दौरान हर स्तर पर अपना पूरा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।

 

डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक सांसद हरिद्वार ने भी अल्प समय के लिये बैठक में प्रतिभाग किया तथा आगामी कांवड़ यात्रा की सफलता के लिये शुभकामनायें दीं।

 

इस अवसर पर के0एस0 नगन्याल डीआईजी, डॉ0 राजेश कुमार जिलाधिकारी देहरादून, चन्द्र भूषण सिंह जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर, विजय कुमार, जिलाधिकारी पौड़ी, पूर्ण बोरा, सीडीओ बिजनौर, विनीत जायसवाल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरनगर, श्री यशवन्त सिंह एसएसपी पौड़ी, नवनीत सिंह एसएसपी टिहरी गढ़वाल, वीर सिंह बुदियाल एडीएम(राजस्व) हरिद्वार, पीएल शाह एडीएम(प्रशासन)हरिद्वार, रामजी शरण शर्मा, एडीएम टिहरी, नरेन्द्र बहादुर सिंह एडीएम(ई)मुजफ्फरनगर, राज सिंह, एडीएम(राजस्व) मुजफ्फरनगर, ए0के0 सिंह सिटी मजिस्ट्रेट हरिद्वार, पूरन सिंह राणा एसडीएम हरिद्वार, डी0एस0नेगी एसडीएम नरेन्द्र नगर, डॉ0 प्रवीन रंजन सिंह एसपी सिटी बिजनौर, राजेश कुमार एसपी सिटी सहारनपुर, अक्षय कौण्डे एसपी ट्रैफिक देहरादून, हिमांशु कुमार एसपी(क्राइम)हरिद्वार, श्री कुलदीप सिंह एसपी ट्रैफिक मुजफ्फरनगर, प्रमेन्द्र डोभाल एसपी देहात हरिद्वार, स्वतंत्र कुमार सिंह एसपी सिटी हरिद्वार, वैभव सैनी सीओ पौड़ी, निहारिका सेमवाल सीओ आपरेशन हरिद्वार, सुरेश तोमर अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

Front Page Bureau

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