जोशीमठ आपदा पीड़ितों के लिए योग गुरु स्वामी रामदेव ने भेजी राहत सामग्री

नितिन शर्मा संवावदाता

हरिद्वार, 10 जनवरी। उत्तराखंड के जोशीमठ आपदा पीड़ितों के लिए योग गुरु स्वामी रामदेव ने राहत सामग्री भेजी है. स्वामी रामदेव ने मंगलवार को दो ट्रक राहत सामग्री को जोशीमठ के लिए रवाना किया जिसमे 2 हजार से ज्यादा कम्बल, खाने पीने का सामान और दैनिक उपयोग की वस्तुएँ जोशीमठ पीड़ितों के लिए भेजी गयीं है. स्वामी रामदेव ने जोशीमठ के हजारों लोगो के पास कोई शहर नहीं बचा है और उनकी जिंदगी मे अंधेरा सा हो गया है. ऐसे मे वंहा से विस्थापित किये जा रहे लोगो को कम से कम इतना मुआवजा दिया जाना चाहिए जिससे वह अपना एक छोटा सा आशियाना बना सके और अपनी आजीविका फिर से चला सके.

जोशीमठ मे भू धसाव की वजह से आयी आपदा के बाद खतरनाक स्थिति मे पंहुच चुके भवनो को ढहाने का काम शुरू हो चुका है. कड़ाके की ठण्ड मे हजारों लोगो के लिए जीने की जंग कठिन होती जा रही है. आपदाग्रस्त जोशीमठ के लोगो की मदद के लिए मंगलवार को योग गुरु स्वामी रामदेव आगे आये. उन्होंने पहले चरण मे दो ट्रक राहत सामग्री जोशीमठ भेजी है। दिव्य योग मंदिर से उन्होंने आज राहत सामग्री के ट्रक रवाना किये। राहत सामग्री मे दो हजार कम्बल, खाने पीने की सामग्री के साथ दैनिक उपभोग की वस्तुएँ शामिल है।

योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा की पिछले 30 वर्षो से पतंजलि सेवा साधन के कार्यों मे लगा हुआ है और जोशीमठ आपदा से हम सब बहुत दुखी है. हमारी कोशिश है की हम वंहा के लोगो के दुख दर्द को उनकी तकलीफों को बाँट सके.उन्होंने कहा की बेहद खतरनाक स्थिति में पंहुच चुके भवनो को गिराया जा रहा है और वंहा के बेबस हो चुके लोग अपनी जीवन भर की कमाई से बने अपने आशियानो को ढहते हुए देख रहे है. वंहा के हजारों लोगो के पास कोई सहारा नहीं बचा है और उनकी जिंदगी मे अंधेरा छा गया है. इन लोगो के साथ भविष्य मे क्या होगा कुछ पता नहीं, बच्चों कैसे पलेंगे और जीवन कैसे चलेगा इसका भी कुछ पता नहीं. उन्होंने कहा की जोशीमठ के बेसहारा होते जा रहे हजारों लोगो की मदद के लिए सामाजिक संस्थाओ, ट्रस्ट, आश्रमो व गैर सरकारी संस्थाओ को आगे आना चाहिए. उन्होंने सरकार से भी अपील की है कि अगर जोशीमठ के आपदा प्रभावित लोगो को अन्यत्र विस्थापितकिया जाना है तो उन सब को कम से कम इतना मुआवजा जरूर दिया जाना चाहिए जिससे वह अपने परिवार की आजीविका चलाने के साथ अपना एक छोटा सा आशियाना बना सके.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री खुद जोशीमठ को लेकर संवेदनशील और चिंतित है. उन्होंने कहा कि जोशीमठ मामले मे लोगो को अनावश्यक बयानबाजी और राजनीति करने से बचना चाहिए।

Front Page Bureau

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