धर्मनगरी हरिद्वार मे मुसलमानो ने बदला नमाज का समय, अब होली के दिन दोपहर को होगी जुमे की नमाज

संजय आर्य,हरिद्वार ( एक्सक्लुसिव )हरिद्वार,12 मार्च। संभल के सीओ अनुज सिंह के होली और जुमे की नमाज को लेकर दिए गए बयान के बाद देश भर मे इसे लेकर विवाद खड़ा करने की भले ही कोशिश की जा रही हो मगर धर्मनगरी हरिद्वार के मुस्लिम समाज ने सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए जुमे की नमाज का समय बदल दिया है। हरिद्वार के मुस्लिम समाज ने इस बार होली के दिन जुमे की नमाज़ अपने तयशुदा समय के बाद दोपहर मे करने का फैसला किया है। शहरी क्षेत्र में ये नमाज़ अपने निर्धारित समय से एक से डेढ़ घंटा देरी से, यानी दोपहर ढाई बजे होगी। वहीं देहात के कुछ गांवों में यह नमाज़ अपने रूटीन समय से एक से डेढ़ घंटा पहले अदा की जाएगी।
यूपी के सम्भल के सीओ अनुज सिंह के होली और जुमे की नमाज को लेकर दिए बयान से देश मे विवाद की स्थिति बन गई है. उनके बयान का मुस्लिम समाज विरोध कर रहा है। मगर हरिद्वार के मुस्लिम समाज ने जुमे की नमाज और होली मनाने के लिए बीच का रास्ता निकाला है। ज़मीयत उलेमा ए हिन्द के उत्तराखंड के अध्यक्ष ज्वालापुर के सबसे बड़े मदरसे के प्रबंधक मौलाना आरिफ कासमी ने फ्रंट पेज न्यूज से खास बातचीत करते हुए कहा कि रमजान मे जुमे कि नमाज और होली एक साथ पड रही है। इसे देखते हुए भाईचारे और आपसी सौहार्द को बनाये रखने के लिए हमने जुमे कि नमाज का समय बदल दिया है ताकि किसी को भी दिक्कत ना हो और हिन्दू मुस्लिम दोनों मे भाई चारा और अमन शांति बनी रहे। उन्होंने कहा कि जुमे की नमाज रूटीन मे दोपहर पौने एक बजे से सवा दो बजे तक होती है। मगर होली को देखते हुए नमाज का समय बदलकर दोपहर ढाई बजे कर दिया गए है। अब हरिद्वार के शहरी क्षेत्रों मे दोपहर को ढाई बजे नमाज अता की जाएगी। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों मे यह सुबह जल्दी हो जाएगी।
मौलाना आरिफ कासमी कहते है “यह फैसला केवल समय का बदलाव भर नहीं है, बल्कि सामाजिक सौहार्द, भाईचारे और एकजुटता की मिसाल है”। उन्होंने कहा कि इससे सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर माहौल को ख़राब करने वालों के मनसूबे पूरे नही होंगे। मौलाना आरिफ कासमी ने संभल के सीओ अनुज सिंह के नमाज और होली को लेकर दिए बयान को भी गलत बताया. उन्होंने कहा कि जुमे कि नमाज घर मे नही मस्जिद मे ही की जा सकती है। उन्होंने कहा कि भले ही जुमा साल मे 52 बार आता है मगर प्रत्येक मुस्लिम के लिए इसका हर जुमे को खास महत्त्व है और नमाज मस्जिद मे ही पढना जरुरी होता है. उन्होंने कहा की सीओ ने गलत बयानी की है और इस तरह की बयानबाजी समाज को बाँटने वाली है।