टिकट मांगने पर धमकाया जा रहा नेताओं कोः सतपाल ब्रह्मचारी
हरिद्वार। जैसे-जैसे उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं। वैसे-वैसे राजनैतिक सरगर्मी भी बढ़ती जा रही है। वहीं टिकट की दावेदारी करने पर नेताओं को धमकाने का भी आरोप है। नेताओं ने अभी से टिकट पाने की जुगत में दौड़-भाग करना शुरू कर दिया है। जहां आप अपने साथ अन्य दलांें के नेताओं को जोड़कर अपनी स्थिति को मजबूत करने में जुटी है वहीं प्रदेश में प्रमुख दल कांग्रेस व भाजपा भी अपनी स्थिति को मजबूत बताकर जनता को लुभाने का काम कर रहे हैं। जहां भाजपा ने इस बार 60 पार का नारा दिया है वहीं कांग्रेस सत्ता में वापसी का दावा सरकार की असफलता व उसकी नीतियों के आधार पर कर रही है। बहरहाल सत्ता किसका वरण करती है यह आने वाला समय ही बताएगा, किन्तु इतना तय है कि इस बार चुनावों में बड़ा उलटफेर होने कंे संकेत मिल रहे हैं। इस बार सबसे अधिक हरिद्वार सीट पर सरगर्मियां होने के संकेत हैं।
चर्चा के मुताबिक इस बार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को टिकट न मिलने की भी चर्चा है। वहीं ऐसी स्थिति में वे अपने किसी परिजन को टिकट दिलवाने की कोशिश करेंगे। जबकि चर्चा यह भी है कि चार बार से लगातार विधायक रहे मदन कौशिक के स्थान पर किसी अन्य पर पार्टी दांव खेलने की कोशिश नहीं करेगी। बहरहाल जो भी वह समय बताएगा। किन्तु हरिद्वार सीट पर भाजपा में भीतरघात जमकर होने की पूरी संभावना है। इस सीट से पूर्व मेयर मनोज गर्ग, पूर्व मंण्डी समिति अध्यक्ष संजय चोपड़ा, कन्हैया खेवडि़या टिकट के लिए दावेदारी ठोक चुके हैं। जिसका परिणाम यह निकला की मनोज गर्ग को चुनाव समिति से बाहर का रास्ता तत्काल दिखा दिया गया। ऐसे में मनोज गर्ग का पारा चढ़ना लाजमी है।
इस संबंध में पूर्व पालिका अध्यक्ष संतपाल ब्रह्मचारी का कहना है कि भाजपा में हालत यह है कि हरिद्वार सीट से टिकट मांगने वालों को धमकाया जा रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा में अर्न्तकलह बड़े स्तर पर है और चुनाव नजदीक आते-आते यह और बढ़ेगा। उनका कहना है कि यदि पार्टी उन्हें चुनाव मैदान में उतारती है और यदि मदन कौशिक को टिकट मिलता है तो वे इस बार वे बड़े अंतर से चुनाव जीतकर दिखाएंगे। कारण की भाजपा और मदन की नीतियों से हरिद्वार की जनता आजिज आ चुकी है और वे नशा मुक्त हरिद्वार चाहती है। उनका कहना है कि यदि पार्टी उन्हें टिकट देती है और वे चुनाव जीतते हैं तो हरिद्वार को तीर्थनगरी की गरिमा के अनुरूप सजाने और संवारने का काम करेंगे। हरिद्वार पूर्ण रूप से नशा मुक्त होगा। उन्होंने कहाकि जिस पार्टी में टिकट मांगने पर व्यक्ति का धमकाया जाता हो वहां लोकतंत्र का होना असंभव है और अर्न्तकलह के कारण इस बार हरिद्वार सीट से भाजपा की हार होना तय है।