उज्जैन, 12 मार्च
सुमन भाई संत हरिद्वार के कनखल क्षेत्र के रहने वाले हैं। उज्जैन में इनके मामा जी मोनी बाबा थे जिनका उज्जैन में आश्रम है स्तिथ है जहां पर आजकल यह गद्दी संभाल रहे हैं सुमन भाई संत ने मदन कौशिक की जीत के लिए विशेष अनुष्ठान कराया था। मदन कौशिक ने चुनाव के तुरंत बाद उज्जैन में मोन तीर्थ आश्रम में जाकर संत सुमन भाई के सानिध्य में अनुष्ठान में पूर्ण आहुति दी थी और मोनी बाबा और संत सुमन भाई का आशीर्वाद लिया था जो उन्हें फल गया है
मदन कौशिक को मुख्यमंत्री बनाने के लिए चल रहा अनुष्ठान
विधानसभा चुनाव में जीत की कामना लिए मदन कौशिक मोनी आश्रम गए थे और उन्होंने मनोकामना पूर्ण होने के लिए अनुष्ठान कराया था। चुनाव के तुरंत बाद मदन कौशिक फिर से उज्जैन पहुंचे अब संत सुमन भाई मदन कौशिक को मुख्यमंत्री बनाने के लिए अनुष्ठान कर रहे हैं
बाबा के अनुयायियों में देश के नई नामचीन नेता, उद्योगपति, कलाकार शामिल
बाबा यूं तो कहां से आए कोई नहीं जानता लेकिन यह माना जाता है वे हरिद्वार के हैं और तपस्या के लिए पश्चिम बंगाल गए। तपस्या के बाद 1960 में उज्जैन आए। यहां नृसिंहघाट पर उन्होंने अपना ठिकाना बनाया। 1966 में किबे साहब उन्हें गंगाघाट के समीप स्थित अपनी धर्मशाला में लाए। 1975 में कांग्रेस नेता अर्जुनसिंह बाबा के संपर्क में आए। सिंह इसके बाद मप्र के मुख्यमंत्री बने। बाबा के अनुयायियों में देश के नई नामचीन नेता, उद्योगपति, कलाकार शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह, उमा भारती, महारानी त्रिपुरा, राज्यसभा सांसद अमर सिंह, अभिनेत्री जयाप्रदा के साथ ही देश के कई नामी राजनेता, उद्योगपति और बड़ी हस्तियां उनके आश्रम जाती रही हैं। संत सुमनभाई सांसारिक रिश्ते से उनके भांजे हैं। उन्होंने बाबा को गुरु मानकर आश्रम में सेवा शुरू की।