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आज के दौर में सत्य बोलना और सुनना कठिन

जिस राष्ट्र की भाषा मजबूत होगी, वह राष्ट्र अपने आप मजबूत बनेगा

उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने कहा कि सत्य बोलना एवं सत्य सुनना दोनों काफी कठिन है।उन्होंने कहा कि आज के दौड़ में पत्रकारों को कार्य करते हुए काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि सत्य काफी कड़वा होता हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता एक मिशन है। समाज को आईना दिखाने का काम पत्रकार ही करता है। ऐसे में पत्रकारों को काफी समन्वय के साथ काम चाहिए ।जिस तरह पुलिस का कार्य चुनौती भरा हैं, फिर भी पुलिस काफी धैर्य के साथ कार्य करती है। उसी तरह पत्रकारों को भी सयंम बरतना चाहिए।

उन्होंने कहा कि राज्य के विकास में पत्रकारों की भी निर्णायक भूमिका है। पुलिस एवं पत्रकार समाज में समन्वय स्थापित कर अनेकों जटिलताओं को हल करने में अपना योगदान दें । श्री कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया के इस दौर में पत्रकारिता की प्रासंगिकता बनाए रखने में पत्रकारों की निर्णायक भूमिका बनी हुई है।

डी जी पी अभिनव कुमार प्रेस क्लब में आयोजित हिंदी पत्रकारिता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ पत्रकार शमशेर सिंह भी मौजूद रहे। अभिनव कुमार ने अपने अनुभव साझा करते हुए कई स्मरण सुनाए। इससे पूर्व समारोह का शुभारंभ पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार, वरिष्ठ पत्रकार शमशेर सिंह, प्रेस क्लब अध्यक्ष अमित शर्मा एवं महामंत्री प्रदीप कुमार जोशी,वरिष्ठ पत्रकार व पूर्व अध्यक्ष आदेश त्यागी, संजय आर्य ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया।

मुख्य अतिथि पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार एवं वरिष्ठ पत्रकार शमशेर सिंह का प्रेस क्लब के अध्यक्ष अमित कुमार शर्मा, महामंत्री प्रदीप कुमार जोशी ने बुके देकर, स्मृति चिन्ह, गंगाजली, रूद्राक्ष की माला भेंटकर और शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। इस दौरान प्रैस क्लब के वरिष्ठ पत्रकारों द्वारा भी दोनों अतिथियों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। हिंदी पत्रकारिता दिवस पर उन्होंने कुंभ के अपने अनुभवों को भी साझा किया।

मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार शमशेर सिंह ने कहा कि हिंदी को बढ़ावा देने के लिए पत्रकार समाज को एकजुट होना होगा। राष्ट्र की उन्नति, प्रगति, राष्ट्र निर्माण में हिंदी निर्णायक भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता क्षेत्र में अनेकों प्रकार के बदलाव आ रहे हैं। हिंदी पत्रकारिता के मजबूत आधार को बनाए रखने में पत्रकारों को अपनी पकड़ बरकरार रखनी है। हिंदी के प्रचार प्रसार में पत्रकार समाज को निर्णायक भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि पत्रकार समाज अपने शहर, गांव एवं आस पास के क्षेत्रों में अपनी लेखनी के माध्यम से ही प्रसिद्धि को अर्जित करता है। अनेकों परिवार पत्रकार को सम्मान की नजर से देखते हैं। तेजी से सोशल मीडिया का असर लोगों पर हो रहा है। हमें हिंदी को मजबूत आधार बनाना चाहिए।

मुख्य संयोजक आदेश त्यागी, संयोजक संजय आर्य ने पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार एवं वरिष्ठ पत्रकार शमशेर सिंह का आभार प्रकट करते हुए पत्रकारिता के गौरवपूर्ण विषय पर अपनी बात रखी। उन्होंने सभी को हिंदी पत्रकारिता दिवस की बधाई दी। अध्यक्ष अमित कुमार शर्मा, महामंत्री प्रदीप कुमार जोशी ने प्रेस क्लब सभागार में पधारे सभी अतिथियों का आभार जताया।

पत्रकारिता संकाय में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को संत हरीशचंद्र सिंह भाटी, योगी शोभानाथ एवं बाबा रामस्वरूप स्मृति स्वर्ण पदक से भी सम्मानित करने का काम किया है। संयोजक मंडल में वरिष्ठ पत्रकार सुनील दत्त पांडे, संजय रावल, श्रवण झा, प्रवीण झा, डा.राधिका नागरथ, कुलभूषण शर्मा, संदीप रावत, मनोज खन्ना, गुरप्रीत कालरा एवं कोष सचिव राहुल वर्मा, सांस्कृतिक सचिव योगेंद्र सिंह मावी शामिल रहे। गुरूकुल कांगड़ी विवि के हिंदी पत्रकारिता के छात्र सुनील कुमार, उत्तराखंड संस्कृत विवि की कुमारी रश्मि, देव संस्कृति विवि की कुमारी प्रज्ञा कुशवाहा को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र भेंटकर अतिथीयों द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, एसपी क्राइम पंकज गैरोला, एसपी देहात स्वपन किशोर, सीओ सिटी जूही मनराल, विपिनचंद्र पाठक, नगर कोतवाली निरीक्षक कुंदन सिंह राणा, सिडकुल मैनुफैक्चरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष हरेन्द्र गर्ग, गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम, जिला सूचनाधिकार नदीम अहमद,समाज सेवी विशाल गर्ग, तेजप्रकाश साहू, श्रीमती अंजू द्विवेदी, नेहा मलिक, आरती सैनी, अशोक जोशी, कमला जोशी, संतोष चौहान, मीनाक्षी जोशी, डा.बीडी जोशी, डा.रविकांत शर्मा, भगवती शरण अग्रवाल, अरुण खन्ना, योगी रजनीश तथा सुनील दत्त पांडेय , बृजेन्द्र हर्ष , आदेश त्यागी , संजय आर्य , अमित कुमार शर्मा, कौशल सिखौला, गोपाल रावत सहित गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, देवसंस्कृति विश्वविद्यालय, संस्कृति विश्विद्यालय के पत्रकारिता के छात्र एव छात्रायें भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

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