बद्री-केदार के साथ भारत माता की झांकी व 108 फुट लम्बा तिरंगा भी पेशवाई में बना आकर्षण का केन्द्र
हरिद्वार। रविवार को श्रीपंचायती उदासीन बड़ा अखाड़ा की भव्य व दिव्य पेशवाई नगर में निकली। उत्तरी हरिद्वार से शुरू हुई। श्री पंचायती उदासीन बड़ा अखाड़ा पेशवाई में आस्था, सौहार्द और उत्तराखंड की संस्कृति के रंग देखने को मिले। पेशवाई देखने के लिए जगह-जगह लोगों का हुजूम उमड़ा।
श्री पंचायती उदासीन बड़ा अखाड़ा की पेशवाई आज सुबह 10 बजे भूपतवाला दूधाधारी चैक से शुरू हुई। पेशवाई सूखी नदी, खड़खड़ी, भीमगोड़ा हर की पैड़ी, अपर रोड, रेलवे रोड, शिव मूर्ति, तुलसी चैक, शंकराचार्य चैक, महात्मा गांधी मार्ग, बंगाली मोड़, पहाड़ी बाजार, महानंद मिशन कनखल चैक, दक्षेश्वर महादेव मंदिर रोड, होली मोहल्ला चैक होते हुए दक्षेश्वर महादेव मंदिर के समीप अखाड़े की छावनी में समाप्त हुई।
पेशवाई में पहुचे योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि पेशवाई में हजारों लोग ओर सैकड़ो संत शामिल है जिनका तीन हेलीकॉप्टर फूलों की वर्षा द्वारा स्वागत किया। उन्होंने कहा कि उनका मूल अखाड़ा योग परंपरा से जुड़ा बड़ा उदासीन अखाड़ा ही है। पेशवाई में बाबा रामदेव ने माना कि कोरोना की गाइडलाइन का पालन होना जरूरी है लेकिन पेशवाई में लोगंो का उत्साह देखते ही बना। जिसमें थोड़ा बहुत कोरोना की गाइडलाइन टूटती दिखाई दी। उन्हें लगता है कि लोग योग करके मजबूत हो गए हैं जो पेशवाई में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि पेशवाई में कुंभ का अद्भुत दृश्य आज दिखाई दे रहा है।
बड़ा अखाड़ा उदासीन के श्रीमहंत महेश्वर दास ने बताया कि पेशवाई में सबसे आगे डॉक्टरों की टीम चल रही है जो पेशवाई के आगे सैनिटाइजेशन का कार्य कर रही है साथ ही अखाड़े के द्वारा दस हजार मास्क का वितरण पेशवाई के दौरान किया गया। उन्होंने कहा कि लोग कोरोना से सावधानी बरतें और तीर्थ का आनंद लें। पेशवाई की भव्यता के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि पेशवाई में केदार बद्री के साथ-साथ भारत माता की भी झांकी निकाली गयी। उन्होंने कहा कि कोरोना से जल्द से जल्द देश मुक्त हो और आगे अग्रसर हो इसके लिए राष्ट्र को नमन करते हुए 108 फुट लंबा तिरंगा झंडा भी पेशवाई में निकाला गया।
पेशवाई का जयराम पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज, पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, स्वामी ऋषिश्वरानंद, महंत दुर्गादास, बाबा हठयोगी, स्वामी विष्णुदास, निरंजनी अखाड़े के कुंभ मेला प्रभारी श्रीमहंत रविन्द्रपुरी, श्रीमहंत राजेंद्र दास, श्रीमहंत धर्मदास, श्रीमहंत रामकिशन दास, महंत गौरीशंकर दास, म.म.स्वामी सांवरिया बाबा, महंत रामशरण दास, महंत रविन्द्र पुरी, मुखिया महंत भगतराम, निर्मल अखाड़े के कोठारी महंत जसविन्दर सिंह, महंत देवेंद्र सिंह शास्त्री, म.म.स्वामी कपिल मुनि, महंत रूपेंद्र प्रकाश सहित सभी तेरह अखाड़ों के संतों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।