निरंजनी अखाड़े की पेशवाई में दिखा अध्यात्म व राजनीति का संगम
हरिद्वार। बुधवार को श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी की पेशवाई धूमधाम के साथ निकाली गयी। करीब तीन किलोमीटर लम्बी पेशवाई में अध्यात्म व राजनीति का बेजोड़ संगम दिखायी दिया। संतों की चरण वंदना करने वाले नेताओं के चित्र कई स्थानों पर संतों से भी ऊपर दिखायी दिए। वहीं संतों से अधिक संख्या पेशवाई में नेताओं की दिखायी दी। जिससे लोगों में पेशवाई को लेकर खासी चर्चा रही।
वहीं पेशवाई में मण्डलेश्वरों के रथों पर सवार होने का एक क्रम निर्धारित होता है। वरिष्ठता के क्रम के अनुसार रथों पर बैठने का निर्धारण होता है। किन्तु पेशवाई में वरिष्ठता का क्रम भंग दिखायी दिया। तीन वर्ष पूर्व मण्डलेश्वर बने संत आगे व दशकों पुराने संत काफी पीछे दिखायी दिए। जिस कारण मण्डलेश्वरों में भी नाराजगी देखने को मिली। एक मण्डलेश्वर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि राजनेता संतों को पेशवाई में खासी तवज्जों दी गयी। जो संत कुछ समय पूर्व म ण्डलेश्वर बने उन्हें आगे स्थान दिया गया, जबकि दशकों पूर्व मण्डलेश्वर बने मण्डलेश्वरों को पीछे रखा गया। जो की वरिष्ठ मण्डलेश्वरों का अपमान है।