संत के खेद जताने, साध्वी के माफ करने से विवाद का मास्टर माइंड हुआ फेल
षट् दर्शन संत समाज के अध्यक्ष व महंत रामेश्वर दास और महामंडलेश्वर ज्ञानदास के बीच चल रहे विवाद में फिर एक नया मोड़ सामने आया है। छेड़छाड़ के आरोप में फंसे महंत रामेश्वरदास की सच्चाई साध्वी ने संतों की बैठक में बताई। जो मोबाइल में कैद हो गई। अब सोशल मीडिया पर यह चर्चा का विषय बनी हुई है। वीडियो में साध्वी संत को समाज के सामने खूब खरी खोटी सुना रही हैं और संत चुपचाप सुन रहे हैं। साध्वी ने संत समाज को ये तक कह दिया आप रिकॉर्डिंग निकलवाओ अगर में गलत हूं तो। उन्होंने कहा संत मुझसे द्रोपदी और चंद्रमा वाली बातें करते थे। हालांकि, पुलिस की जांच शुरू होने से पहले महंत ने अपनी गलती पर खेद जताया, तो कथावाचक ने महंत को माफ भी कर दिया।
उज्जैन वृंदावन की एक कथा वाचिका ने षडदर्शन संत समाज के अध्यक्ष संत रामेश्वर दास महाराज पर अश्लील हरकत, फोन पर अश्लील बातें करने और जबरन शादी करवाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले को लेकर उन्होंने नीलगंगा थाना पुलिस को शिकायती पत्र दिया था। वहीं संत ने भी कथा वाचिका की शादी होने की बात कही थी। यह घटना के बाद संत समाज में हड़कंप मचा हुआ है। आरोप-प्रत्यारोप के बाद संत समाज की बैठक में मामले का समझौता भी हो गया। संत और कथा वाचिका का विवाद बढ़ा तो संत समाज ने आपसी सुलह के लिए दत्त अखाड़े में दोनों को बैठाकर मामले को शांत करवाने की कोशिश की। लेकिन इस बीच साध्वी उत्तेजित हो गई और रामेश्वर दास पर आरोप लगाया की संत अश्लील बातें करते थे। जिसकी रिकॉर्डिंग मेरे पास है। मामला बढ़ता देख संतों ने बीच बचाव किया और मामले को शांत करवा दिया।
कथा वाचिका ने एक वीडियो में अपनी बात रखी और कहा कि संत रामेश्वर दास महाराज को अपने किये पर पछतावा हुआ है। इसलिए मैंने भी उन्हें माफ कर दिया। संत समाज ने मुझे समझाया कि साधु समाज की बदनामी होगी। इसलिए संत को माफ कर दो। मैंने साधु-संतों के कहने पर क्षमा कर दिया है। रामेश्वर दास महाराज ने महिला पर शनि मंदिर की जमीन मांगने के जो आरोप लगाए थे वह भी निराधार निकले। रामेश्वर दास ने स्वयं कबूल कर लिया है कि इस महिला ने शनि मंदिर की जमीन नहीं मांगी मैंने झूठ बोला था। जो शादी के कागज रामेश्वर दास ने थाने में पेश किए थे वह शादी के कागज झूठे हैं। कार्रवाई के लिए जो आवेदन थाने में दिया था उसे वापस ले रही हूं।
वहीं यह पूरा मामला आपसी सुलस-समझौते के बाद भले ही शांत हो गया हो और दोनों पक्षांे ने एक-दूसरे का माफ भी कर दिया हो, किन्तु इस विवाद के पीछे एक संत का मास्टर माइंड बताया जा रहा है। जिसने अपना उल्लू सीधा करने के लिए इस विवाद का उत्पन्न करवाया। सूूत्र बताते हैं कि मास्टर माइंड ने ही वार्ता की वीडियो बनवायी। सूत्र बताते हैं कि वह संत महंत रामेश्वर दास महाराज का शर्गिद भी रहा है। इससे पूर्व इसी संत ने एक अखाड़े के वयोवृद्ध संत पर भी आरोप लगाकर उन्हें बदनाम करने और ब्लैकमेल करने की कोशिश की थी। सच्चाई सामने आने पर सत को शर्मिन्दगी उठानी पड़ी थी। सूत्र बताते हैं कि इस पूरे प्रकरण में महंत रामेश्वर दास का हर प्रकार से पलड़ा भारी होने के कारण संत की बिछायी हुई बिसात काम नहीं आयी और दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया।